Social Sciences, asked by PragyaTbia, 1 year ago

भारत के लोकतंत्र के स्वरूप में विकास के प्रमुख कारणों के बारे में कुछ अलग-अलग विचार इस प्रकार हैं। आप इनमें से हर कथन को भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए कितना महत्त्वपूर्ण कारण मानते हैं? क. अंग्रेज शासकों ने भारत को उपहार के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्था दी। हमने ब्रिटिश हुकूमत के समय बनी प्रांतीय असेंबलियों के ज़रिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने का प्रशिक्षण पाया।
ख. हमारे स्वतंत्रता संग्राम ने औपनिवेशिक शोषण और भारतीय लोगों को तरह-तरह की आजादी न दिए जाने का विरोध किया। ऐसे में स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक होना ही था।
ग. हमारे राष्ट्रवादी नेताओं की आस्था लोकतंत्र में थी। अनेक नव स्वतंत्र राष्ट्रों में लोकतंत्र का न आना हमारे नेताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।

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Answered by nikitasingh79
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उत्तर :  

क. अंग्रेज शासकों ने भारत को उपहार के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्था दी। हमने ब्रिटिश हुकूमत के समय बनी प्रांतीय असेंबलियों के ज़रिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने का प्रशिक्षण पाया।  

  • भारत में प्रतिनिधि संस्थाओं की स्थापना ब्रिटिश शासनकाल की ही देन है। केंद्र और अब प्रांतों में द्विसदनीय विधानमंडल की स्थापना की गई । धीरे धीरे अधिक लोगों को मतदान का अधिकार भी दिया गया । भारतीय नेताओं को इन संस्थाओं से प्रशिक्षण प्राप्त हुआ।

ख. हमारे स्वतंत्रता संग्राम ने औपनिवेशिक शोषण और भारतीय लोगों को तरह-तरह की आजादी न दिए जाने का विरोध किया। ऐसे में स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक होना ही था।  

  • भारतीय नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम में आने का आंदोलन चलाए और राजनीति स्वतंत्राओं की मांग की अत्याचारी व शोषणकारी कानून का विरोध किया । अतः  भारत के लिए लोकतंत्र की ही मांग रही।

ग. हमारे राष्ट्रवादी नेताओं की आस्था लोकतंत्र में थी। अनेक नव स्वतंत्र राष्ट्रों में लोकतंत्र का न आना हमारे नेताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।

  • भारत में लोकतंत्र की स्थापना में निसंदेह भारतीय नेताओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉक्टर अंबेडकर , डॉ राजेंद्र प्रसाद , सरदार वल्लभभाई पटेल इत्यादि नेता लोकतंत्र के लिए वचनबद्ध है। इन नेताओं ने लोकतंत्र को सफल बनाने में सबसे अधिक योगदान दिया है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।।

इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न  

जवाहर लाल नेहरू के नियति के साथ साक्षात्कार वाले भाषण के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों का जवाब दें:  

क. नेहरू ने क्यों कहा कि भारत का भविष्य सुस्ताने और आराम करने का नहीं है?  

ख. नए भारत के सपने किस तरह विश्व से जुड़े हैं?

ग. वे संविधान निर्माताओं से क्या शपथ चाहते थे?  

घ."हमारी पीढ़ी के सबसे महान व्यक्ति की कामना हर आँख से आँसू पोंछने की है।'' वे इस कथन में किसका जिक्र कर रहे थे?

https://brainly.in/question/9692792

हमारे संविधान को दिशा देने वाले ये कुछ मूल्य और उनके अर्थ हैं। इन्हें आपस में मिलाकर दोबारा लिखिए।  

क. संप्रभु         1. सरकार किसी धर्म के निर्देशों के अनुसार काम नहीं करेगी।  

ख. गणतंत्र        2. फैसले लेने का सर्वोच्च अधिकार लोगों के पास है।  

ग. बंधुत्व          3 . शासन प्रमुख एक चुना हुआ व्यक्ति है।  

घ. धर्मनिरपेक्ष   4. लोगों को आपस में परिवार की तरह रहना चाहिए।

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Answered by Brainlyheros
6

Explanation:

भारत के लोकतंत्र के स्वरूप में विकास के प्रमुख कारणों के बारे में कुछ अलग-अलग विचार इस प्रकार हैं। आप इनमें से हर कथन को भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए कितना महत्त्वपूर्ण कारण मानते हैं?

क. अंग्रेज शासकों ने भारत को उपहार के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्था दी। हमने ब्रिटिश हुकूमत के समय बनी प्रांतीय असेंबलियों के ज़रिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने का प्रशिक्षण पाया। ✅✅✅✅

ख. हमारे स्वतंत्रता संग्राम ने औपनिवेशिक शोषण और भारतीय लोगों को तरह-तरह की आजादी न दिए जाने का विरोध किया। ऐसे में स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक होना ही था।

ग. हमारे राष्ट्रवादी नेताओं की आस्था लोकतंत्र में थी। अनेक नव स्वतंत्र राष्ट्रों में लोकतंत्र का न आना हमारे नेताओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।

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