भारत में अंतर्राज्यीय निर्धनता में विभिन्नता के कारण बताइए।
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उत्तर :
भारत में अंतर्राज्यीय निर्धनता में विभिन्नता के निम्नलिखित कारण है :
भारत के प्रत्येक राज्य में निर्धन लोगों का अनुपात एक समान नहीं है। यद्यपि 1970 के दशक के प्रारंभ में राज्य स्तरीय निर्धनता में बहुत ज्यादा कमी हुई है। निर्धनता कम करने में सफलता की दर विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है।
१. वे राज्य जिनकी निर्धनता अनुपात राष्ट्रीय औसत से अधिक है :
असम, बिहार ,उड़ीसा ,उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा में गरीबी एक गंभीर चुनौती है। इन राज्यों में निर्धनता का औसत राष्ट्रीय औसत से अधिक है। उड़ीसा एवं बिहार क्रमशः 32.7 और 33.7 प्रतिशत निर्धनता औसत के साथ दो सर्वाधिक निर्धन राज्य बने हुए हैं।
२. वे राज्य जिनकी निर्धनता अनुपात कम है :
हरियाणा, पंजाब, गोवा, हिमाचल प्रदेश ,जम्मू एवं कश्मीर ऐसे राज्य हैं जिनमें जनसंख्या का कम प्रतिशत निर्धनता रेखा से नीचे रहता है।
३. वे राज्य जिनकी निर्धनता अनुपात राष्ट्रीय औसत से कम है :
केरल ,जम्मू कश्मीर ,आंध्र प्रदेश , तमिलनाडु, गुजरात और पश्चिम बंगाल में निर्धनता में उल्लेखनीय गिरावट आई है। हाल के अनुमान दर्शाते हैं 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में निर्धनता अनुपात राष्ट्रीय औसत से कम है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।