भारतीय राज्य धर्म से फ़ासला भी रखता है और उसमें हस्तक्षेप भी करता है। यह उलझाने वाला विचार लग सकता है। इस पर कक्षा में एक बार फिर चर्चा कीजिए। चर्चा के लिए इस अध्याय में दिए गए उदाहरणों के अलावा आप अपनी जानकारी के अन्य उदाहरणों का भी सहारा ले सकते हैं।
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Answer with Explanation:
भारतीय राज्य धर्म से फ़ासला भी रखता है और उसमें हस्तक्षेप भी करता है। इस विषय में चर्चा निम्न प्रकार से है :
भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्ष की धारणा को ग्रहण किया है । प्रस्तावना में भारत को एक धर्म निरपेक्ष राज्य घोषित किया गया है । भारत राज्य धर्म से आपको दूर भी रखता है , तथा आवश्यकता पड़ने पर हस्तक्षेप भी कर सकता है। भारत का कोई अधिकारिक राज्य धर्म नहीं है। राज्य धर्म से दूर रहता है। भारत में रहने वाले प्रत्येक नागरिक को धर्म की स्वतंत्रता प्रदान की गई है । परंतु अनुच्छेद 25 राज्य को यह अनुमति देता है कि वे एक धर्म की आर्थिक तथा राजनीतिक गतिविधियों को नियंत्रित करें।
राज्य सभी हिंदू संस्थाओं द्वारा चलाई गई जाने वाली कल्याणकारी गतिविधियों एवं सुधारों को अनुमति प्रदान कर सकता है। सिखों को अपने साथ कृपाण लेकर चलने की अनुमति है । संविधान ने छुआछूत को समाप्त किया है । हालांकि धार्मिक स्वतंत्रता जनकल्याण , नैतिकता तथा स्वास्थ्य के आधार पर की जा सकती है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Answer:
भारतीय संविधान में धर्म निरपेक्षता की धारणा को गृहण
किया। प्रस्तावना में भारत को धर्म निरपेक्ष राज्य घोषित
किया गया। भारत राज्य धर्म से आपको भी रखता है
तथा आवश्यकता पड़ने पर हस्तेक्षप भी कर सकता है।