भारतीय राजनीतिक दलों के कुशल कार्यान्वयन के लिए आंतरिक लोकतंत्र का न होना, एक चुनौती है। उदाहरणों सहित इस कथन की पुष्टि कीजिए।
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i don't no sorry please
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मैं इस पंक्ति का समर्थन करता हूं कि भारतीय राजनीतिक दलों के कुशल कार्यान्वयन के लिए आंतरिक लोकतंत्र का न होना, एक चुनौती है।
राजनीतिक दल तभी बेहतर तरीके से काम कर सकती हैं जब उनके खुद के अंदर लोकतंत्र हो ताकि नए लोगों को पार्टी में आने का मौका मिले और नई सोच और ऊर्जा का संचार हो सके।
उदाहरण के लिए हमारे देश में कई ऐसी पार्टियां हैं जिनमें केवल दिखावे के लिए आंतरिक चुनाव होते हैं। उनके अंदर पहले से यह पता होता है कि कौन से व्यक्ति को पद दिया जाएगा।
इस कारण से उस पार्टी की स्थिति देश में अच्छी नहीं है। लोगों को लगने लगा है कि जो पार्टी अपने अंदर लोकतंत्र स्थापित नहीं कर सकती वो देश में कैसे करेगी।
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