भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय क्षेत्र में नियंत्रक की भूमिका से अपने को सुविधाप्रदाता की भूमिका अदा करने में क्यों परिवर्तित किया?
Answers
Answer:
आई.
Explanation:
आई. खुद ब्याज तय करता था तथा प्रबंधकीय निर्णयों को प्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित करता था।
Answer:
आर्थिक उदारीकरण और वित्तीय क्षेत्र के सुधारों के साथ , आरबीआई को अपनी भूमिका को एक नियंत्रक से वित्तीय क्षेत्र के सुविधाकर्ता के रूप में स्थानांतरित करने की आवश्यकता थी। इसका तात्पर्य यह है कि वित्तीय संगठन आरबीआई से परामर्श किए बिना कई मामलों पर अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र थे।
Explanation:
आर. बी. आई. खुद ब्याज तय करता था तथा प्रबंधकीय निर्णयों को प्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित करता था। परंतु उदारीकरण के उपरांत इसने सुविधाप्रदाता की भूमिका निभाई जिसके अंतर्गत ब्याज दरों को बाज़ार बलों द्वारा निर्धारित होने के लिए स्वतंत्र कर दिया गया तथा प्रत्येक वाणिज्यिक बैंक को प्रबंधन निर्णयों की स्वतंत्रता दे दी गई।
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