भारतीय समाजशास्त्र के इतिहास में ग्रामीण अध्ययन का क्या महत्त्व है? ग्रामीण अध्ययन को आगे बढ़ाने में एम.एन. श्रीनिवास की क्या भूमिका रही?
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भारतीय समाजशास्त्र के इतिहास में ग्रामीण अध्ययन से समाजशास्त्र जैसे विषय को स्वतंत्र राज्य के परिप्रेक्ष्य में एक नई भूमिका प्राप्त हुई है।
ग्रामीण अध्ययन को आगे बढ़ाने में एम.एन. श्रीनिवास की निम्न भूमिका रही :
1950 - 60 के दौरान श्रीनिवास ने ग्रामीण समाज के नृजातीय ब्यौरों के लिए के लेखों - जोखों को तैयार करने के लिए सामूहिक परिश्रम को बढ़ावा दिया तथा उसका समन्वय भी किया । श्रीनिवास ने दुबे तथा मजूमदार जैसे विद्वानों के साथ भारतीय समाजशास्त्र में उस समय के ग्रामीण अध्ययन को प्रभावशाली बनाया।
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