भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 1904 किस वायसराय के काल में पारित किया गया था ?
Answers
Answer:
भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम 1904 लॉर्ड कर्जन के समय पारित किया गया था।
Explanation:
1- विश्वविद्यालयों के उपसदस्यों की संख्या 50 से न्यून तथा 100 से अधिक नहीं होनी चाहिए। इनका कार्यकाल 6 वर्ष होता था। उपसदस्यों को सरकार द्वारा चुना जाता था।
2- अध्ययन और शोध के लिये प्रोफेसरो की नियुक्तियां की जाने की सिफारिश की गई।
3- अशासकीय कॉलेजो पर सरकारी कठोर नियंत्रण। सिडिकेट द्वारा समय समय पर निरीक्षण।
4- विश्वविद्यालय सीनेट के निर्णयों पर सरकार को वीटो का अधिकार दिया गया।
5- विश्वविद्यालय की क्षैत्रीय सीमा निर्धारण का अधिकार गवर्नर जनरल को होगा।
6- कॉलेजो को विश्वविद्यालय से सम्बद्ध करने का अधिकार सरकार के जिम्मे होगा।
Answer:
लार्ड कर्जन. पुलिस सुधार
पुलिस सुधार के अन्तर्गत कर्ज़न ने 1902 ई. में 'सर एण्ड्रयू फ़्रेजर' की अध्यक्षता में एक 'पुलिस आयोग' की स्थापना की।
शैक्षिक सुधार
शैक्षिक सुधारों के अन्तर्गत कर्ज़न ने 1902 ई. में 'सर टॉमस रैले' की अध्यक्षता में 'विश्वविद्यालय आयोग' का गठन किया। इस अधिनियम के आधार पर विश्वविद्यालय पर सरकारी नियन्त्रण बढ़ गया।
आर्थिक सुधार
आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत कर्ज़न ने 1899-1990 ई. में पड़े अकाल व सूखे की स्थिति के विश्लेषण के लिए 'सर एण्टनी मैकडॉनल' की अध्यक्षता में एक 'अकाल आयोग' की नियुक्ति की।