भारतस्य उत्तरस्यां दिशि हिमालयः पर्वतः अस्ति। सः भारतस्य मुकुटमणि: इव शोभते। सः शत्रुभ्यः अस्मान् रक्षति। अस्य दक्षिणपूर्व-दिशयोः समुदौ स्तः। सागरः भारतमातुः चरणौ प्रक्षालयति इव। अस्माकं देशे अनेके पर्वताः सन्ति। अत्र अनेकाः नद्यः प्रवहन्ति। नद्यः पानाय जलं यच्छन्ति। ताः नद्यः देशे शस्यम् अपि सिञ्चन्ति। एवं ताः अस्माकम् उदरपूरणीय अन्नं जलं च यच्छन्ति। * Option 1 हिमालयः केभ्यः अस्मान् रक्षति? (हिमालय किनसे हमारी रक्षा करता है?) * शत्रुभ्यः मित्रेभ्यः साधुभ्यः
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हिमालयः केभ्यः अस्मान् रक्षति? (हिमालय किनसे हमारी रक्षा करता है?)
उत्तर:
शत्रुभ्यः (शत्रुओं से)।
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no need
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हिमालय हमें शत्रुओं से बचाता है।
Explanation:
हिमालय हमें मध्य एशिया में ठंडी और शुष्क हवाओं से भी बचाता है। यह मानसूनी हवाओं को उत्तरी देशों में जाने से रोकता है और उत्तर में भारी वर्षा में मदद करता है। यह हवा को उत्तर में पानी की स्थिति को प्रभावित करता है। यह लगभग 75% नेपाल को कवर करता है और कई वर्षों से प्राकृतिक बाधा के रूप में कार्य कर रहा है। पहाड़ों ने शुरुआती समय में भारत, चीन और मंगोलिया के लोगों के बीच बातचीत को भी रोका।
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