भाव स्पष्ट कीजिए -
और उसकी आवाज़ में जो एक हिचक साफ़ सुनाई देती है
या अपने स्वर को ऊँचा न उठाने की जो कोशिश है उसे विफलता नहीं
उसकी मनुष्यता समझा जाना चाहिए।
Answers
जब मुख्य गायक का साथ देने के लिए संगतकार मुख्य गायक के साथ गाता है तो वह स्पष्ट रूप से यह बताना चाहता है कि पहले गाया जा चुका राग फिर से गाया जा सकता है। लेकिन उसकी आवाज में संकोच सा दिखता है और इसी संकोच के कारण वह अपना स्वर ऊंचा उठाने की कोशिश नहीं करता। यह उसकी कला की विफलता नहीं बल्कि यह उसकी मनुष्यता है। क्योंकि वह किसी भी स्थिति में मुख्य गायक के अहं को ठेस नहीं लगने देना चाहता। वो नहीं चाहता कि उसके किसी भी कृत्य से मुख्य गायक का मन दुखे। संगतजार जानता है कि वो मुख्य गायक मुख्य सहयोगी है और उसका परम कर्तव्य बनता है कि वह अपने अग्रणी अर्थात मुख्य गायक के मान सम्मान की रक्षा करे और सम्मान को ठेस लगने वाला कोई कार्य न करे।
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उपर्युक्त पंक्तियों का भाव यह है कि संगतकार जान-बूझकर अपने स्वर को मुख्य गायक के स्वर से ऊँचा नहीं होने देते हैं। यह संगतकार द्वारा अपनी प्रतिभा का त्याग है जो योग्यता और सामर्थ्य होने पर भी मुख्य गायक की सफलता में बाधक नहीं बनता है और मानवता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत करता है।