Hindi, asked by chotireetika, 4 months ago

भक्ति काव्य के दार्शनिक पृष्ठभूमि का परिचय दीजिए

Answers

Answered by himanisharma2292004
1

Answer:

भक्तिकाल की दार्शनिक पृष्ठभूमि तेरहवीं सदी तक धर्म के क्षेत्र में बड़ी अस्तव्यस्तता आ गई। जनता में सिद्धों और योगियों आदि द्वारा प्रचलित अंधविश्वास फैल रहे थे, शास्त्रज्ञानसंपन्न वर्ग में भी रूढ़ियों और आडंबर की प्रधानता हो चली थी। मायावाद के प्रभाव से लोकविमुखता और निष्क्रियता के भाव समाज में पनपने लगे थे।

❤️❣️

Similar questions