Bharat Bhumi ka poem. bhavarth
Answers
Answered by
3
Answer:
व्याख्या - प्रस्तुत पंक्तियों में कवि सोहनलाल द्विवेदी जी ने अपने मातृभूमि की प्रसंशा करते हुए ,भारत देश की महानता का गुणगान किया है . कवि कहता है कि भारत की उत्तर दिशा में हिमालय पर्वत है . ... अतः इसीलिए कवि को भारत भूमि अपनी जन्मभूमि पर गर्व है . यह हमारी मातृभूमि है .
Answered by
0
Answer:
The best thing is our mother, we are contributed by them , They are our mother.
Explanation:
sorry, I didn't know how to write in Hindi in this app
Similar questions