Bhuke praani ko bhojan khilana manushya ka dharm hota hai mahayagya ka puraskar kahani ke aadhaar par sidhad karo
Answers
Answered by
1
plzz do it yourself... we havent read the story
Answered by
1
महायज्ञ का पुरस्कार कहानी यशपाल जी द्वारा लिखी गयी है | इस कहानी से हमें यह बताया गया है की हमें हमेशा परोपकार ही करना चाहिए | हमारे ह्रदय में हर प्राणी के लिए दया , प्रेम और सहानुभूति रहनी चाहिए | जिस प्रकार सेठ जी स्वयं भूखे रह कर अपने लिए लायी रोटियाँ कुत्ते को खिला देते और खुद पानी पीकर रह जाते है | धन्ना सेठ की पत्नी द्वारा इसी यज्ञ रूपी कार्य को बेचने का प्रलोभन देने पर भी उन्होंने इसे अपना कर्तव्य माना तथा बेचने से इंकार कर दिया .इसका उन्हें भगवान् से पुरस्कार भी दिया |
Similar questions