breifly explain vakya and vachya
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वाच्य-क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वाक्य में क्रिया द्वारा संपादित विधान का विषय कर्ता है, कर्म है, अथवा भाव है, उसे वाच्य कहते हैं।
वाच्य के तीन प्रकार हैं-
1. कर्तृवाच्य।
2. कर्मवाच्य।
3. भाववाच्य।
वाक्य
दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, वाक्य कहते हैं। उदाहरण के लिए 'सत्य की विजय होती है।' एक वाक्य है क्योंकि इसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है किन्तु 'सत्य विजय होती।' वाक्य नहीं है क्योंकि इसका अर्थ नहीं निकलता है।
वाक्य भेद दो प्रकार से किए जा सकते हँ-
१- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
२- रचना के आधार पर वाक्य भेद
अर्थ के आधार पर आठ प्रकार के वाक्य होते हँ- 1-विधान वाचक वाक्य
2- निषेधवाचक वाक्य,
3- प्रश्नवाचक वाक्य,
4- विस्म्यादिवाचक वाक्य,
5- आज्ञावाचक वाक्य,
6- इच्छावाचक वाक्य,
7-संकेतवाचक वाक्य,
8-संदेहवाचक वाक्य।
रचना के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित तीन भेद होते हैं-'
1.सरल वाक्य/साधारण वाक्य
2.संयुक्त वाक्य
3.मिश्रित/मिश्र वाक्य
hope it help u
वाच्य के तीन प्रकार हैं-
1. कर्तृवाच्य।
2. कर्मवाच्य।
3. भाववाच्य।
वाक्य
दो या दो से अधिक पदों के सार्थक समूह को, जिसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है, वाक्य कहते हैं। उदाहरण के लिए 'सत्य की विजय होती है।' एक वाक्य है क्योंकि इसका पूरा पूरा अर्थ निकलता है किन्तु 'सत्य विजय होती।' वाक्य नहीं है क्योंकि इसका अर्थ नहीं निकलता है।
वाक्य भेद दो प्रकार से किए जा सकते हँ-
१- अर्थ के आधार पर वाक्य भेद
२- रचना के आधार पर वाक्य भेद
अर्थ के आधार पर आठ प्रकार के वाक्य होते हँ- 1-विधान वाचक वाक्य
2- निषेधवाचक वाक्य,
3- प्रश्नवाचक वाक्य,
4- विस्म्यादिवाचक वाक्य,
5- आज्ञावाचक वाक्य,
6- इच्छावाचक वाक्य,
7-संकेतवाचक वाक्य,
8-संदेहवाचक वाक्य।
रचना के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित तीन भेद होते हैं-'
1.सरल वाक्य/साधारण वाक्य
2.संयुक्त वाक्य
3.मिश्रित/मिश्र वाक्य
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nandana000:
now the option is not visible as u r the only one whoa answered
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