Hindi, asked by ashokkumar24032, 9 hours ago

c

पश्यन्ति
कुर्वन्ति
11 11 11
देखते हैं।
करते हैं।
1.
हिन्दी-अनुवाद
वने वने निवसन्तो वृक्षाः ।
वनं वनं रचयन्ति वृक्षाः॥
सरलार्थ-वृक्ष प्रत्येक वन में रहने वाले अथ
करने वाले हैं। वृक्ष ही वन-वन की रचना करते in​

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Answered by upmanirwan
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Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज,

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि समुन्दर सा तेरे अपनों को तुझ पर अभिमान हो

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि समुन्दर सा तेरे अपनों को तुझ पर अभिमान हो हाँ कहने और ना कहने वाले दोनों मिलेंगे राह में

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि समुन्दर सा तेरे अपनों को तुझ पर अभिमान हो हाँ कहने और ना कहने वाले दोनों मिलेंगे राह में सकारात्मक सोच कर, बढ़ते ही जाना बस तेरा काम हो

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि समुन्दर सा तेरे अपनों को तुझ पर अभिमान हो हाँ कहने और ना कहने वाले दोनों मिलेंगे राह में सकारात्मक सोच कर, बढ़ते ही जाना बस तेरा काम हो यमराज आये तो पहले बोले एक selfie हो जाये

Answer:जब अस्त हो रहा हो, तेरी ज़िन्दगी का सूरज, कुछ चेहरों पर तेरे कारण चिरन्जीवी मुस्कान हो कुछ ऐसा व इतना कर गुज़र जिन्दगी में कि समुन्दर सा तेरे अपनों को तुझ पर अभिमान हो हाँ कहने और ना कहने वाले दोनों मिलेंगे राह में सकारात्मक सोच कर, बढ़ते ही जाना बस तेरा काम हो यमराज आये तो पहले बोले एक selfie हो जाये दोनों जहानों में साथी, इतना तो ज़रूर से तेरा नाम होजब

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