Physics, asked by arvindpalarvindpa, 4 months ago

चुम्बकीय फ्लक्स किसे कहते हैं ? इसका मात्रक बताइये तथा फैराडे के विद्युत
चुम्बकीय प्रेरण के नियम लिखिए ।
tir flux ? Write its unit. State Faraday's lav​

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Answered by ayushisagar1000
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Answer:

” किसी चुम्बकीय क्षेत्र में रखे किसी तल से गुजरने वाली चुंबकीय क्षेत्र रेखाओ की संख्या को इस तल से संबध चुंबकीय फ्लक्स कहलाता है ”

इसे ϴ से व्यक्त करते है।

माना एक चुम्बकीय क्षेत्र है जिसका परिमाण B है , इसमें एक तल जिसका क्षेत्रफल A है , चुम्बकीय बल रेखाओ (चुंबकीय रेखाओं) के लंबवत रखा हुआ है अतः इस पृष्ठ से सम्बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स का मान निम्न सूत्र से दिया जाता है

चुंबकीय फ्लक्स = चुंबकीय क्षेत्र x तल का क्षेत्रफलϴ = BA

माना रखा हुआ तल चुम्बकीय बल रेखाओं के लंबवत नहीं है इस स्थिति में माना तल के अभिलम्ब तथा चुंबकीय रेखाओं के मध्य कोण θ है तो चुंबकीय फ्लक्स

ϴ = BA cosθ

जब θ = का मान शून्य होता है अर्थात तल के अभिलम्ब व चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओ के मध्य शून्य कोण हो तो चुंबकीय फ्लक्स का मान अधिकतम होगा

ϴ = BA cos0

cos0 = 1

ϴ = BA

जब θ का मान 90 डिग्री हो अर्थात तल के अभिलम्ब व चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओ के मध्य 90 डिग्री का कोण हो तो चुम्बकीय फ्लक्स का मान शून्य होगा जो की न्यूनतम है

ϴ = 0

चुंबकीय फ्लक्स एक अदिश राशि है।

इसकी विमा[ML2T-2A1] होती है।

इसका SI मात्रक वेबर (Wb) होता है।

फैराडे का प्रथम नियम

जब किसी बन्द परिपथ से संबद्ध चुम्बकीय फ्लक्स के मान में परिवर्तन होता है तो परिपथ में विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है , इस उत्पन्न विद्युत वाहक बल को प्रेरित विद्युत वाहक बल कहते है। इस प्रेरित विद्युत वाहक बल के कारण इस बन्द परिपथ में प्रेरित विद्युत धारा उत्पन्न हो जाती है।

यह धारा तब तक प्रवाहित होती रहती है जब तक की चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता रहता है जैसे ही चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन बंद हो जाता है परिपथ में उत्पन्न प्रेरित विद्युत धारा भी बंद हो जाती है।

फैराडे का द्वितीय नियम

प्रेरित विद्युत वाहक बल का मान चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर के बराबर होता है।

यदि प्रेरित विद्युत वाहक बल E है तथा चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन dϴ/dt है तो फैराडे के दूसरे नियम के अनुसार

E = dϴ/dt

मान लीजिये कुण्डली में फेरो की संख्या N है तो

E = -N dϴ/dt

यहाँ dϴ का मान निम्न प्रकार ज्ञात किया जाता है

dϴ = ϴ2 – ϴ1

ϴ2 = dt समय बाद चुम्बकीय फ्लक्स

ϴ1 = प्रारंभिक चुंबकीय फ्लक्स

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