चीन के बाजारों में भारत से इस्पात का आयात किस प्रकार दोनों देशों के इस्पात-बाजार के एकीकरण
में सहायता करेगा? व्याख्या करें।
Answers
देशों में बाजारों का एकीकरण:
(i) विदेश व्यापर घरेलु बाज़ारों अर्थात् अपने देश के बाज़ारों से बाहर के बाज़ारों में पहुँचने के लिए उत्पादकों को एक अवसर प्रदान करता हैं।
(ii) उत्पादक केवल अपने देश के बाज़ारों में ही अपने उत्पाद नहीं बेच सकते हैं, बल्कि विश्व के अन्य देशों के बाज़ारों में भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
(iii) सामान्यत: व्यापार के खुलने से वस्तुओं का एक बाज़ार से दूसरे बाज़ार में आवागमन होता है। बाज़ार में वस्तुओं के विकल्प बढ़ जाते हैं। दो बाज़ारो में एक ही वस्तु का मूल्य एक सामान होने लगता है। अब दो देशों के उत्पादक एक दूसरे से हज़ारों मील दूर होकर भी एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
(iv) उदाहरण के लिए, दीवाली के मौसम के दौरान, भारत के खरीदारों में भारतीय और चीनी सजावटी रोशनी और बल्ब के बीच चयन करने का विकल्प होता है। कई दुकानों ने भारतीय सजावटी रोशनी को चीनी रोशनी में बदल दिया है। चीनी प्रकाश निर्माताओं के लिए, यह अपने व्यापार का विस्तार करने का एक अवसर प्रदान करता है।
Answer:
चीन के बाजारों में भारत से इस्पात का आयात किस प्रकार दोनों देशों के इस्पात-बाज़ार के एकीकरण.
if you like my answer
so,please follow me