Psychology, asked by rakeshsharma615, 10 months ago

चिंतन के स्वरूप की व्याख्या कीजिए।

Answers

Answered by shivanjalibhosale78
0

Answer:

Selfmeditation.

Prayering.

Selftalk.

these are the only types of chintans....sorry I don't know what to say them in Hindi....

Explanation:

HOPE THIS HELPS YOU...

Answered by bhatiamona
3

चिंतन के स्वरूप की व्याख्या

चिंतन का स्वरूप :

  • चिंतन लगातार चलने की लगातार चलने वाली प्रक्रिया है|
  • चिंतन और कल्पना एक ही सिक्के के दो पहलू है|
  • चिंतन में भाषा का बहुत महत्व होता है, क्योंकि चिंतन के बाद अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए भाषा की ही आवश्यकता होती है|
  • चिंतन केवल मस्तिक तक ही सिमित नहीं है बल्कि इस में पूरा शरीर सम्मलित होता है|
  • चिंतन में पूर्व अनुभव शामिल होते है|
  • चिंतन में अभिप्रेरणा का भी बहुत महत्व होता है|
  • चिंतन में भाषा के साथ-साथ प्रतीकों का भी उपयोग होता है|

मनोविज्ञान से संबंधित प्रश्न के लिंक:

https://brainly.in/question/15661287

क्या चिंतन भाषा के बिना होता है? परिचर्चा इस प्रकार है|

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