Hindi, asked by omwabale2008, 9 months ago

चाँद के निकलने से नेहरूजी
क्या अनुभव करते थे
ते ?​

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Answered by joshiheena116
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Answer:

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Answered by nayakmanisha126
0

Answer:

नेहरूजी जिस दिन यहाँ आए उस दिन शुक्ल पक्ष का 'दूज का चाँद' आकाश में था। ... चाँद उन्हें यह याद दिलाता रहा कि अंधेरे के बाद उजाला भी अवश्य आता है अर्थात् कठिनाइयों के बाद सुख के दिन भी अवश्य आएँगे।

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