Can anyone Solve the Second and the third question?
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hey...
2. उपसर्ग वह सब्दांश होते हैं जो मूल सब्द के सुरुआत में लगकर नए सब्द बनाते हैं । जैसे -- अन+आवस्यक = अनावश्यक ।
प्रत्यय कह सब्दांश होते हैं जो मूल सब्द के अंत में लगकर नए सब्द बनाते हैं । जैसे --- लूट + एरा = लूटेरा ।
3. जो प्रत्यय धातुओं के अंत में जुड़कर नए सब्द का निर्माण करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं। जैसे --- पढ़ने+वाला = पढ़नेवाला।
जो प्रत्यय संज्ञा,सर्वनाम और विशेषण के अंत में जुड़कर नए सब्द बनाते हैं वे तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं जैसे ---मम+ एरा= ममेरा ।
✳keep smiling
keel loving✳
2. उपसर्ग वह सब्दांश होते हैं जो मूल सब्द के सुरुआत में लगकर नए सब्द बनाते हैं । जैसे -- अन+आवस्यक = अनावश्यक ।
प्रत्यय कह सब्दांश होते हैं जो मूल सब्द के अंत में लगकर नए सब्द बनाते हैं । जैसे --- लूट + एरा = लूटेरा ।
3. जो प्रत्यय धातुओं के अंत में जुड़कर नए सब्द का निर्माण करते हैं, उन्हें कृत प्रत्यय कहते हैं। जैसे --- पढ़ने+वाला = पढ़नेवाला।
जो प्रत्यय संज्ञा,सर्वनाम और विशेषण के अंत में जुड़कर नए सब्द बनाते हैं वे तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं जैसे ---मम+ एरा= ममेरा ।
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2) upsarg shabd kai shure mai lgai jaate hai aur upsarg shabdo kai bad mai lgai jaate hai
jaise
= upsarg= suputra mai su upsarg hai
= pratyay= sabjiwala mai sabji pratyay hai
3) krit pratyay aise pratyay jou krit kai dhaatu kai roop kai anth mai lagte hai
tadhit pratyay aise pratyay jou sangay ya sarwnam shabd kai anth mai judkar naye shabd bnate hai
jaise
= upsarg= suputra mai su upsarg hai
= pratyay= sabjiwala mai sabji pratyay hai
3) krit pratyay aise pratyay jou krit kai dhaatu kai roop kai anth mai lagte hai
tadhit pratyay aise pratyay jou sangay ya sarwnam shabd kai anth mai judkar naye shabd bnate hai
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