Hindi, asked by shreyaaher, 9 months ago

Can anyone tell me sanskrit shlok on god with meaning in hindi​

Answers

Answered by bhardwajpranjal2013
1

Answer:

Answe

Answer:Yes I can tell Explanation:‌‌ दाने तपसी शौर्ये च विज्ञाने विनये नये।विस्मयो न हि कर्त्तव्यो बहुरत्ना वसुन्धरा।मतलब: मानव-मात्र में किभी भी अहंकार की भावना नहीं रहनी चाहिए बल्कि मानव को दान, तप, शूरता, विद्वता, शुशीलता और नीतिनिपुर्णता का कभी अहंकार नहीं करना चाहिए ।

Answered by GamiGargi
0

Explanation:

यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निर्घषणच्छेदन तापताडनैः। तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्यते त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा।।

 भावार्थ :

घिसने, काटने, तापने और पीटने, इन चार प्रकारों से जैसे सोने का परीक्षण होता है, इसी प्रकार त्याग, शील, गुण, एवं कर्मों से पुरुष की परीक्षा होती है ।

If you like it please mark it as brainliest and start following me at Gami Gargi for more help and thank this answer.

Thank you!!

Similar questions