Ch.. Haar की जीत हिंदी
Q Baba Bharti तथा Kadak Singh ke beech mein vartalap को कर्मबद्ध Kije class 6 question please answer and be a brainliest
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देखो मैं तो अभी इलेवंथ क्लास में हूं पर मुझे थोड़ी-थोड़ी याद है समय बता देती हूं
बाबा भारती के घोड़े पर खड़क सिंह का दिल आ गया था जिसकी वजह से वह घोड़े को वहां से चुराकर ले जाना चाहता था बाबा भारतीय एक दिन पेड़ की छांव के नीचे अपने घोड़े के साथ बैठे हुए थे या फिर कहीं जा रहे थे तो उसी समय खड़क सिंह अपने भेस बदल कर एक लंगड़े का या फिर किसी और चीज़ का भेष बनाकर उनके सामने आया और कहा मुझे मदद की जरूरत है तो बाबा भारती ने खुद पढ़कर खड़क सिंह को घोड़े पर बिठाया और खुद जब बैठने लगे तो खड़क सिंह ने उन्हें धकेल दिया और उनके घोड़े को लेकर चले गए लेकिन फिर भी वह भारती ने कुछ नहीं किया उसकी कुछ दिनों पश्चात खड़क सिंह ने खुद बाबा भारती के घोड़े को उनके अस्तबल में छोड़ आया और कहने लगा माफ कीजिएगा मैं इसे नहीं रख सकता यह सिर्फ आप ही की राह तकता है यह हमारे साथ नहीं रह सकता तभी बाबा भारती ने खुश हो कर अपने घोड़े को थपथपाया और उसे प्यार करने लगे
बाबा भारती के घोड़े पर खड़क सिंह का दिल आ गया था जिसकी वजह से वह घोड़े को वहां से चुराकर ले जाना चाहता था बाबा भारतीय एक दिन पेड़ की छांव के नीचे अपने घोड़े के साथ बैठे हुए थे या फिर कहीं जा रहे थे तो उसी समय खड़क सिंह अपने भेस बदल कर एक लंगड़े का या फिर किसी और चीज़ का भेष बनाकर उनके सामने आया और कहा मुझे मदद की जरूरत है तो बाबा भारती ने खुद पढ़कर खड़क सिंह को घोड़े पर बिठाया और खुद जब बैठने लगे तो खड़क सिंह ने उन्हें धकेल दिया और उनके घोड़े को लेकर चले गए लेकिन फिर भी वह भारती ने कुछ नहीं किया उसकी कुछ दिनों पश्चात खड़क सिंह ने खुद बाबा भारती के घोड़े को उनके अस्तबल में छोड़ आया और कहने लगा माफ कीजिएगा मैं इसे नहीं रख सकता यह सिर्फ आप ही की राह तकता है यह हमारे साथ नहीं रह सकता तभी बाबा भारती ने खुश हो कर अपने घोड़े को थपथपाया और उसे प्यार करने लगे
frootela:
thanks a lot
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