Science, asked by PragyaTbia, 1 year ago

CH3Cl में आबंध निर्माण का उपयोग कर सहसंयोजक आबंध की प्रकृति समझाइए।

Answers

Answered by Anonymous
14
उत्तर :
______

ऊपर दिए गए चित्र में संरचना को दर्शाया गया है :

व्याख्या :
______

जैसा कि हम जानते हैं H, C, एवं Cl का परमाणु क्रमांक क्रमशः 1, 6 एवं 17 होता है। अष्टक नियम के अनुसार, हाइड्रोजन को अपना अष्टक पूरा करने के लिए 1 इलेक्ट्रोन, कार्बन को अपना शतक पूरा करने के लिए दो इलेक्ट्रॉन एवं क्लोरीन को अपना शतक पूरा करने के लिए एक इलेक्ट्रॉन की आवश्यकता है।

कार्बन, एक क्लोरीन परमाणु को तथा तीन हाइड्रोजन परमाणुओं को इलेक्ट्रॉन प्रदान प्रदान करता है। ऐसा करने से वह उत्कृष्ट गैस नियॉन का स्वरूप प्राप्त कर लेता है वहीं हाइड्रोजन उत्कृष्ट गैस हीलियम की एवं क्लोरीन उत्कृष्ट गैस ऑर्गन की संरचना प्राप्त कर लेते हैं।

इस प्रकार, क्लोरीमीथेन में एक C–Cl तथा तीन C–H सहसंयोजक बंध बनते हैं।

______________________________

______________________________
Attachments:

Abhisheksingh563: hlo bhai
Anonymous: ...
Anonymous: Happy birthday ☺☺
Anonymous: u blocked ☯☯
Anonymous: so i comment here
Anonymous: bye
Similar questions