chapter 1 praniti ka ....Long ans question....ka 1 23 no koi bata do ...plz
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Answer:
Question 1:
पुस्तक के पहले अध्याय के पहले अनुच्छेद में लेखक ने सजीव ढंग से अवध की तसवीर प्रस्तुत की है। तुम भी अपने आसपास की किसी जगह का ऐसा ही बारीक चित्रण करो। यह चित्रण मोहल्ले के चबूतरे, गली की चहल-पहल, सड़क के नज़ारे आदि किसी का भी हो सकता है जिससे तुम अच्छी तरह परिचित हो।
ANSWER:
इस प्रश्न का उत्तर स्वलिखित हो।
Page No 85:
Question 2:
विश्वामित्र जानते थे कि क्रोध करने से यज्ञ पूरा नहीं होगा, इसलिए वे क्रोध को पी गए। तुम्हें भी कभी-कभी गुस्सा आता होगा। तुम्हें कब-कब गुस्सा आता है और उसका क्या परिणाम होता है?
ANSWER:
इस प्रश्न का उत्तर स्वलिखित हो।
Page No 85:
Question 3:
राम और लक्ष्मण ने महाराज दशरथ के निर्णय को खुशी-खुशी स्वीकार किया। तुम्हारी समझ में इसका क्या कारण रहा होगा?
ANSWER:
राम मर्यादा पुरूषोत्तम थे। उनके लिए माता-पिता की आज्ञा का पालन करना रघुकुल की परम्परा के अनुकूल था तथा लक्ष्मण राम के अनुज थे इसलिए उनके लिए भी यह आवश्यक था कि वे बड़े भाई तथा माता-पिता की आज्ञा का पालन करें।
Page No 85:
Question 4:
विश्वामित्र ने कहा, ''ये जानवर और वनस्पतियाँ जंगल की शोभा हैं। इनसे कोई डर नहीं हैं।'' उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
ANSWER:
महर्षि विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण की हिम्मत बढ़ाने के लिए ऐसा कहा ताकि राम-लक्ष्मण डरे नहीं साथ ही जानवरों व वनस्पतियों के महत्व को समझें।
Page No 85:
Question 5:
लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाक-कान काट दिए। क्या ऐसा करना उचित था? अपने उत्तर का कारण बताओ।
ANSWER:
परिस्थितिवश यह कार्य उचित था। क्रोध में आकर शूर्पणखा ने सीता पर आक्रमण कर दिया। सीता लक्ष्मण के लिए माता समान थी। और माता का अपमान किसी भी पुत्र को सहन नहीं होता है। इसी कारण लक्ष्मण ने शूर्पणखा के नाक-कान काटकर कोई अनुचित कार्य नहीं किया।