छोटी आंत में बचे हुए भोजन का अवशोषण किस प्रकार होता है सचित्र वर्णन कीजिए
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sorry I don't know the correct answer
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पाचन क्रिया के बाद भोजन के प्रोटीन, अमीनो अम्ल से स्टार्च, शर्करा में तथा वसा-वसीय अम्ल एवं ग्लिसरॉल में रूपांतरित हो जाते हैं। ये पदार्थ आहार नाल की गुहा में पाये जाते हैं तथा इनका अवशोषण छोटी आंत की सूक्ष्मांकुर द्वारा होता है। छोटी आंत में स्थित पदार्थ या तो निष्क्रिय या सक्रिय रूप से पराश्रित होकर आंत की म्यूकस झिल्ली की रुधिर कोशिकाओं या लसिका कोशिकाओं में कोशिका से होते हुए चले जाते हैं।
Explanation:
निष्क्रिय अवशोषण में कोशिकीय ऊर्जा का उपयोग नहीं होता। इसमें पदार्थ सांद्रता प्रवणता के अनुसार कोशिकाओं में चले जाते हैं, जबकि सक्रिय अवशोषण द्वारा पदार्थ के अवशोषण में कोशिकीय ऊर्जा का उपयोग होता है। रुधिर कोशिकाएं आपस में मिलकर यकृत निवाहिका शिरा बनाती हैं, जिसके द्वारा वे अवशोषित पदार्थ यकृत (Liver) में पहुंचा दिये जाते हैं। लसिका कोशिकाएं, आपस में मिलकर लसिका परिसंचरण तंत्र की वक्षीय वाहिनी में खुलती हैं, जो सब क्लेवियल शिरा में खुलती है। अब ये पदार्थ परिसंचरण तंत्र द्वारा संपूर्ण शरीर में पहुंचाए जाते हैं। छोटी आंत अवशोषण कार्य के लिए पूरी तरह से अनुकूलित होती है।