छोटे भाई को कम खर्च करने की सलाह देते हुए पत्र लिखिए।
Answers
मकान नंबर C613
गली नंबर 21
दिल्ली।
प्यारे गगन,
आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ होगे। यहां भी सब अच्छा है। पिछले माता जी के पत्र में मुझे ज्ञात हुआ कि तुम दिन व दिन बहुत खर्चीले होते जा रहे हो। तुम्हे यह तो मालूम है कि हमारे घर के हालात अभी ठीक नहीं है। उन्होंने लिखा था कि तुम जरूरत की वस्तुओं के इलावा चीजों पर बहुत पैसे खर्च कर देते हो। ऐसे फिजूलखर्ची करना अच्छी बात नहीं है। ऐसे फिजूलखर्ची से सिर्फ अपना ही नुकसान होता है। इस तरह से तुम पैसों को व्यर्थ गवा रहे हो। तुम्हे पैसों की कदर करनी चाहिए। आशा करता हूँ कि तुम मेरी कही हुई बात का ध्यान रखोगे। माता और पिता जी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा बड़ा भाई,
साहिल
Answer:
सी. रमेश नगर,
नई दिल्ली ।
प्रिय भाई सचिन,
शुभार्शीवाद।
पत्र प्राप्त हुआ। पत्र में तुमने दो हजार रुपए भिजवाने का आग्रह किया है। मझे पता चला है कि तुम कुछ नए ढंग के कपड़े रीदना चाह रहे हो। तुम्हारी फिजूलखर्ची तुम्हें हर वक्त परेशान रखती है। तुम्हें अपनी फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करना चाहिए। यह फजूलखर्ची मनुष्य के आहार-विहार और चरित्र को बुरी तरह प्रभावित करती है। ऐसे फिजूलखर्ची करना अच्छी बात नहीं है। ऐसे फिजूलखर्ची से सिर्फ अपना ही नुकसान होता है। इस तरह से तुम पैसों को व्यर्थ गवा रहे हो। हमारी सोच भी गड़बड़ा जाती है। आशा है तुम मेरी बातों को अन्यथा नहीं लोगे। मैं तुम्हें पतन की ओर जाने से रोकना चाहता हूँ। अभी मैं तुम्हें आवश्यक खर्चों के लिए पांच सौ रुपए भिजवा रहा हूँ। तुम अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर लगाओ।
तुम्हारा शुभचिंतक
सौरभ
#SPJ2