छात्रों की प्रतिक्रिया नकारात्मक भी होती है और सकारात्मक भी, नकारात्मक प्रतिक्रिया का एक उदाहरण है ?
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सीखने-सिखाने की प्रक्रिया का परिवर्तन: आपके विद्यालय में मूल्यांकन का नेतृत्व करना
यह इकाई किस बारे में है
आकलन को मोटे तौर पर परीक्षाओं में सफलता या विफलता के साथ संबद्ध किया जाता है। परीक्षा में सफलता महत्वपूर्ण है और उसे अच्छे कॉलेज में पढ़ाई, सामाजिक स्थिति और बाद के व्यावसायिक जीवन में सफलता से जोड़ा जाता है। तथापि, परीक्षा के लिए तैयारी पर संकेद्रन सीखने के अनुभव को प्रतिकूल ढंग से प्रभावित कर सकता है। एनसीएफ (NCERT, 2005, पृ. 71) में समस्या की गहराई को पहचाना गया उसमें कहा गया है कि:–
हम उन बुरे प्रभावों के बारे में चिंतित हैं जो परीक्षाएं पढ़ाई को बच्चों के लिए सार्थक और आनंदमय बनाने के प्रयासों पर डालती हैं। वर्तमान में, बोर्ड की परीक्षाएं प्री-विद्यालय से लेकर विद्यालय में बिताए गए सभी वर्षों में सारी परीक्षाओं और आकलन को नकारात्मक ढंग से प्रभावित करती हैं।
इस इकाई में, छात्रों के विकास की निगरानी और मार्गदर्शन के एक अवसर के रूप में आकलन का अन्वेषण करेंगे जब उसे कक्षा के प्रतिदिन अभ्यास के साथ एकीकृत किया जाये। ऐसा सतत आकलन शिक्षकों को छात्रों की सीखने की प्रक्रिया के बारे में नियमित प्रतिक्रिया प्रदान करता है जिसका उपयोग आपके विद्यालय के छात्रों को अधिक प्रभावी विद्यार्थी बनाने में मदद करने के लिए किया जा सकता है। सीखने का प्रोत्साहन करने के लिए व आकलन का उपयोग करने के लिए, आपके शिक्षकों को प्रमाण एकत्रित करके, जानकारी का विश्लेषण करके, सीखने की गतिविधियों को संशोधित करके और प्रतिक्रिया प्रदान करके अपने छात्रों का आकलन और निगरानी करनी होगी। इस तरह से आकलन का उपयोग आपके सभी छात्रों के नतीजों में सुधार करेगा।
सीखने की डायरी
इस इकाई में काम करते समय आपसे अपनी सीखने की डायरी में नोट्स बनाने को कहा जाएगा। यह डायरी एक किताब या फोल्डर है जहाँ आप अपने विचारों और योजनाओं को एकत्र करके रखते हैं। संभवतः आपने अपनी डायरी शुरू कर भी ली है।
इस इकाई में आप अकेले काम कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपने सीखने की चर्चा किसी अन्य विद्यालय प्रमुख के साथ कर सकें तो आप और भी अधिक सीखेंगे। यह आपका कोई सहकर्मी, जिसके साथ आप पहले से सहयोग करते आए हैं, या कोई व्यक्ति हो सकता है जिसके साथ आप नए संबंध का निर्माण कर सकते हैं। इसे नियोजित ढंग से या अधिक अनौपचारिक आधार पर किया जा सकता है। आपकी सीखने की डायरी में बनाए गए आपके नोट्स इस प्रकार की बैठकों के लिए उपयोगी होंगे, और साथ ही आपकी दीर्घावधि की शिक्षण-प्रक्रिया और विकास का चित्रण भी करेंगे।
इस इकाई से विद्यालय प्रमुख क्या सीख सकते हैं
सीखने के लिए आकलन और आकलन के लिए सीखने के बीच अंतर को पहचानना।
अपने विद्यालय में शिक्षकों के साथ निर्माणात्मक आकलन का विकास करने के लिए रणनीति का नेतृत्व करना।
छात्रों की उनके सीखने में सुधार करने में मदद करने वाली प्रतिक्रिया देने के लिए निर्माणात्मक आकलन के दौरान एकत्र किए गए प्रमाण और डेटा का उपयोग करने में शिक्षकों की मदद करना।
1 निर्माणात्मक और योगात्मक आकलन
आकलन के दो प्रकार होते हैं जिन्हें एक दूसरे से अलग माना जाता है क्योंकि उनका उपयोग अलग-अलग तरीकों से और भिन्न प्रयोजनों के लिए किया जाता है। आप अपने स्वयं के शैक्षणिक अनुभव से योगात्मक आकलन से बहुत परिचित होंगे, लेकिन हो सकता है निर्माणात्मक आकलन में मूल्य और अवसर का पूरी तरह से अन्वेषण नहीं किया होगा – या हो सकता है आप उसे पहले से ही कर रहे हों लेकिन अपने कौशल के बारे में पूरी तरह से नहीं जानते होंगे।
निर्माणात्मक आकलन को कई लोगों द्वारा ‘सीखने के लिए आकलन’ भी कहा जाता है। इस प्रकार के आकलन का मुख्य प्रयोजन छात्रों को वह रचनात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त करने में सक्षम बनाना है जो उन्हें बेहतर सीखने और प्रभावी प्रगति करने में उनकी मदद करेगी। ऐसी प्रतिक्रिया आम तौर पर (लेकिन हमेशा नहीं) शिक्षकों द्वारा दी जाती है।
योगात्मक आकलन को ‘सीखने के आकलन’ के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार के आकलन का प्रयोजन शिक्षक को छात्रों की उपलब्धि और कार्य प्रदर्शन की पहचान करने में सक्षम करना है, जिसमें सीखने की अवधि एक सत्र या वर्ष हो सकती है।