Hindi, asked by yamisingh6565, 6 months ago

छात्रावास था की तुलना विकसित पेड़ की शाखा से नहीं करनी चाहिए

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Answered by prince847386
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Explanation:

जरूरी है दूसरे देशों की तरफ देखें

हाल में जारी हुई नेचर जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में एक व्यक्ति के लिए 422 पेड़ मौजूद हैं। दूसरे देशों की बात करें तो पेड़ों की संख्या के मामले में रूस सबसे आगे हैं। रूस में करीब 641 अरब पेड़ हैं, जो किसी भी देश से ज्यादा हैं। इसके बाद 318 अरब पेड़ों की संख्या के साथ कनाडा दूसरे स्थान पर, 301 अरब पेड़ों की संख्या के साथ ब्राजील तीसरे स्थान पर और 228 अरब पेड़ों की संख्या के साथ अमेरिका चौथे स्थान पर है।

भारत में सिर्फ 35 अरब पेड़

और देशों की तुलना के वैश्विक अनुपात के मुताबिक, भारत में सिर्फ 35 अरब पेड़ हैं यानी एक व्यक्ति के लिए सिर्फ 28 पेड़। गौर करने वाली बात यह है कि हम दुनियाभर में हर साल करीब 15.3 अरब पेड़ खो रहे हैं, यानी कि प्रति व्यक्ति के अनुसार दो पेड़ से भी ज्यादा का नुकसान हर साल हो रहा है। दूसरी ओर की तस्वीर यह है कि हम बहुत कम संख्या में पौधे लगा रहे हैं। नेचर जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में पांच अरब पेड़ हर साल लगाए जा रहे हैं और जबकि हम हर साल 10 अरब पेड़ का नुकसान उठा रहे हैं।

3.04 लाख करोड़ पेड़ अब तक काटे गए

मानव सभ्यता की शुरुआत से लेकर अब तक 3.04 लाख करोड़ पेड़ काटे जा चुके हैं। यानी कि बड़ी संख्या में आज भी पेड़ जा रहे हैं। नेचर जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, मानव सभ्यता की शुरुआत से मौजूद पेड़ों में अब तक 46 प्रतिशत तक कमी आ चुकी है। सिर्फ इतना ही नही, दुनियाभर में हर साल 10 अरब पेड़ काटे जा रहे हैं।

दुनियाभर में पेड़ मौजूद

रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में पेड़ों की संख्या में सबसे ज्यादा 45.7 प्रतिशत उष्णकटिबंधीय और उप उष्णकटिबंधीय पेड़ हैं, वहीं बोरियल पेड़ों की संख्या 24.3 प्रतिशत है, जबकि शीतोष्ण पेड़ों की संख्या 20 और अन्य पेड़ों की संख्या 10 प्रतिशत है।

'हर इंसान को करनी होगी मदद'

देश में पेड़ों की तेजी से गिरती संख्या पर उत्तर प्रदेश के वन विभाग के सचिव एसके पाण्डेय कहते हैं, "हमारा हमेशा यह प्रयास है कि पेड़ों की संख्या बढ़ें, मगर फैले भ्रष्टाचार की वजह से पेड़ों की चोरी और कटने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। जब हमें सूचना मिलती है तो हम तुरंत एक्शन लेते हैं, अवैध रूप से चल रही आरा मशीनों को भी बंद करवाते हैं, कार्रवाई समय-समय पर होती रहती हैं, मगर इसके बावजूद बड़ी संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं।" वह आगे कहते हैं, "पेड़ों को बचाने के लिए हर व्यक्ति को हमारी मदद करनी होगी, हम अकेले कुछ नहीं कर सकते हैं। जरुरत है कि न सिर्फ पेड़ों को लगाएं, बल्कि उसकी देखभाल भी करें। इसके अलावा कहीं भी पेड़ कटने या चोरी होने की घटनाओं पर विभाग को सूचित करें ताकि हम तुरंत एक्शन ले सकें।"

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