Geography, asked by Anonymous, 3 months ago

डेनियल सेल की कार्यविधि
जिंक सल्फेट (ZnSO₄) विलयन में Zn²⁺ आयन होते है। जब जिंक की पट्टी इस विलयन के संपर्क में आती है, तो इलेक्ट्रोड जिंक विलयन में Zn²⁺ के रूप में घुलने लगता है और इस क्रिया में प्रत्येक परमाणु दो इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रोड पर छोड़कर Zn²⁺ बनाकर विलयन में आ जाता है। यह परिवर्तन जिंक धातु का Zn²⁺ में ऑक्सीकरण कहलाता है।​

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Answered by Sanumarzi21
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डेनियल सेल की कार्यविधि

जिंक सल्फेट (ZnSO₄) विलयन में Zn²⁺ आयन होते है। ...

यह परिवर्तन जिंक धातु का Zn²⁺ में ऑक्सीकरण कहलाता है। Zn(s) → Zn²⁺ (aq) + 2e⁻ यह क्रिया जिंक आयनों और इलेक्ट्रोड के बीच साम्य स्थापित होने तक चलती रहती है।

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