Deepavali nibandh in hindi
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दीपावली त्यौहार कार्तिक अमावस्या के दिन मनाया जाता है लेकिन यह त्यौहार पांच दिनों का होता है जिनमें (धनतेरस ,नरक चतुर्दशी, अमावस्या ,कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा ,भाई दूज ,)होता है इसलिए यह धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर खत्म होता है। पर इसको मनाने की खुशी इतनी होती है। इसकी तैयारी महीनो पहले से ही होने लगती है। दीपावली त्यौहार की तारीख तो हिंदू कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होती है परंतु ये अक्टूबर, नवंबर, में मनाया जाता है।
दीपावली मनाने की कई कथाएं प्रचलित हैं पर हम सब जानते हैं कि दीपावली के दिन। भगवान् श्री राम सीता मैया और लक्ष्मण के साथ असुरराज रावण को मार कर अयोध्या नगरी वापस आए थे, तब नगर वासियों ने उनके आने की खुशी में अयोध्या को साफ-सुथरा करके दीपों से और फूलो, रंगोली, से पूरीे अयोध्या नगरी को इस तरह सज़ा दिया की मानो जैसे वो एक दुल्हन हो तब से लेकर आज तक यह परम्परा चली आ रही है। कार्तिक अमावस्या के गहन अन्धकार को दूर करने के लिए दीपों को प्रज्वलित किया जाता है और घर आंगन, और हर जगह को जगमगा दिया जाता है।
(1) दीवाली त्योहार से बहुत से लाभ है इस त्यौहार की वजह से छोटे बड़े व्यापारियों की अच्छी खासी कमाई हो जाती है।
(2) इससे सबसे बड़ा लाभ ये होता है कि दीपावली के बहाने ही सही लोग अपने घरों की बहुत साफ-सफाई कर देते हैं.माना जाता है कि जिनका घर आँगन साफ सुथरा होता है माँ लक्ष्मी उन्ही के घर प्रवेश करती है।
(3) इस त्यौहार से छोटे (कुटीर ) उद्योग को भी काफी लाभ होता है मिट्टी का सामान, साज सज्जा का सामान, माँ लक्ष्मी की मूर्तियां यह सब कुटीर उद्योगों द्वारा बनाए जाते हैं जिससे उनकी जीविका चलती है इसलिए त्यौहार उनके जीवन में भी खुशियां लेकर आता है।
(4) इस त्यौहार मैं आपसी प्रेम बढ़ता है इस त्यौहार में सभी अपने संबंधों में मिठास लाने की कोशिश करते हैं इसके लिए घरों में गुजिया पकवान और मिठाइयां इत्यादि बनाए जाते हैं, और एक दूसरे को देकर आपसी संबंधों को और मजबूत करके उनमें मिठास लाते है।
Answer:
रोशनी का त्योहार, बेहतर दिवाली के रूप में जाना जाता है हर साल हिंदुओं द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और अन्य भी धर्मों द्वारा ।
लोग इस समय गरीबों और अनाथों को चीजें दान करके अच्छे कर्म करते हैं और चारों तरफ आशावाद फैलाते हैं।
लोग अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, विदों और अपने लिए नए कपड़े, मिठाई और गिफ्ट खरीदते हैं।
दिवाली इस दिन के रूप में मनाई जाती है भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद और श्रीलंका में बुरे रावण को मारने के बाद वापस अयोध्या आ गए।
दिन की शुरुआत घर की सफाई, खुद को धोने, हर किसी को मिठाई बांटने और गणेश और लक्ष्मी पूजा से समाप्त होती है जिसके बाद हर कोई पटाखे जलाता है।
यह पर्व हर धर्म द्वारा मनाया जाता है और पूरी दुनिया में मनाया जाता है।