Difference between special education and inclusive education in hindi
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शिक्षा का समावेशीकरण यह बताता है कि विशेष शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य छात्र और एक दिव्यागछात्र को समान शिक्षा प्राप्ति के अवसर मिलने चाहिए। इसमें एक सामान्य छात्र एक दिव्याग छात्र के साथ विद्यालय में अधिकतर समय बिताता है। पहले समावेशी शिक्षा की परिकल्पना सिर्फ विशेष छात्रों के लिए की गई थी लेकिन आधुनिक काल में हर शिक्षक को इस सिद्धांत को विस्तृत दृष्टिकोण में अपनी कक्षा में व्यवहार में लाना चाहिए।
समावेशी शिक्षा या एकीकरण के सिद्धांत की ऐतिहासक जड़ें कनाडा और अमेरिका से जुड़ीं हैं। प्राचीन शिक्षा पद्धति की जगह नई शिक्षा नीति का प्रयोग आधुनिक समय में होने लगा है। समावेशी शिक्षा विशेष विद्यालय या कक्षा को स्वीकार नहीं करता। अशक्त बच्चों को सामान्य बच्चों से अलग करना अब मान्य नहीं है। विकलांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह ही शैक्षिक गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार है।
प्रस्तावित योजना के लिए कुल 75 हजार करोड़ रूपये की राशी मंजूर की गयी है। यह राशि वर्तमान आवंटित राशि से 20 प्रतिशत अधिक है। प्रस्तावित योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “सबको शिक्षा अच्छी शिक्षा” के संदर्भ में शुरू किया गया है और इसका उद्देश्य राज्यों को पूर्व-नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक शिक्षा सुविधा उपलब्ध कराने में मदद करना है।
Arey:
cool answer bro
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