DNA के दो रज्जुक समान नहीं होते, अपितु एक दूसरे के पूरक होते हैं। समझाइए।
Answers
DNA के दो रज्जुक समान नहीं होते, अपितु एक-दूसरे के पूरक होते हैं क्योंकि ;
• DNA की द्विकुण्डलीय संरचना मे दोनों श्रृंखलाओ के क्षार समूह परस्पर हाइड्रोजन बंध द्वारा जुड़े होते है |
• एटेनिन व यायमीन के मध्य 2 H- बंध व साइटोसीन व ग्वानिन के मध्य 3 H - बंध होते है|
• एक श्रृंखला का एडेनिन दूसरी श्रृंखला के यायमीन से और ग्वानिन क्षार साइटोसीन के साथ जुडा रहता है|
• DNA का पूरा नाम (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड ) है |
• DNA अनुवांशिकता का गुण अपने अंदर रखता है जिससे एक जैसी शकल और बीमारियां भी पीढ़ी पर पीढ़ी भेजी जाती है|
• डीएनए आमतौर पर क्रोमोसोम के रूप में होता है। एक कोशिका में गुणसूत्रों के सेट अपने जीनोम का निर्माण करता है; मानव जीनोम 46 गुणसूत्रों की व्यवस्था में डीएनए के लगभग 3 अरब आधार जोड़े है।
•DNA की रूपचित्र की खोज अंग्रेजी वैज्ञानिक जेम्स वॉटसन और फ्रान्सिस क्रिक के द्वारा सन 1953 में किया गया था।
•इस खोज के लिए उन्हें सन 1962 में नोबेल पुरस्कार सम्मानित किया गया।