Dussehra dekhkar aaye do Dosto ke beech samvad lekhan
Answers
चाँद - यार सुरेश आज तो मजा आ गया दशहरा का मेला देख कर।
सुरेश - हाँ यार मुझे भी बहुत अच्छा लगा और मुझे सबसे अच्छा तो रावण लगा दशहरा कमेटी वालो ने इस बार रावण बहुत उचा और सूंदर बनाया
चाँद - तुम सिर्फ रावण की बात कर रहे हो साथ मेघनाथ और कुम्भकरण कि पुतले भी बहुत उच्चे और सूंदर थे। और उनमे पटाखे भी बहुत भर रखे थे इस बार तो।
सुरेश - आज तो खाने पीने कि ठेले भी बहुत थे मुझे तो चाट पपड़ी खाकर भी बहुत मजा आया ।
चाँद - मेरा तो वो गोल घूमने वाले झूले ने सर घुमा दिया अभी तक घूम रहा है ।
सुरेश - इस बार तो भीड़ भी बहुत ज्यादा थी यार आधे से ज्यादा झूले तो हम ले ही नहीं सके।
चाँद - मेरा तो एक झूले ने सर घुमा दिया तुम और लेने की बात कर रहे हो कुछ भी कहो आज तो श्री राम और माता सीता बने लड़का लड़की भी बहुत जच रहे थे ।
सुरेश - हा और आज तो मुख्या अतिथि कि तौर पर कलेक्टर साहब को बुला रखा था और वो हमारे राम लीला मैदान कि लिए सर्कार से फण्ड दिलवाने का वायदा भी करके गए ।