Hindi, asked by mahimafauzdar30, 10 months ago

ek kavita himalya ke upar

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Answered by as9758310524
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please mark me as brainlist

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Answered by rawatanju830
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युग युग से है अपने पथ पर

देखो कैसा खड़ा हिमालय!

डिगता कभी न अपने प्रण से

रहता प्रण पर अड़ा हिमालय!

जो जो भी बाधायें आईं

उन सब से ही लड़ा हिमालय,

इसीलिए तो दुनिया भर में

हुआ सभी से बड़ा हिमालय!

अगर न करता काम कभी कुछ

रहता हरदम पड़ा हिमालय,

तो भारत के शीश चमकता

नहीं मुकुट–सा जड़ा हिमालय!

खड़ा हिमालय बता रहा है

डरो न आँधी पानी में,

खड़े रहो अपने पथ पर

सब कठिनाई तूफानी में!

डिगो न अपने प्रण से तो

सब कुछ पा सकते हो प्यारे!

तुम भी ऊँचे हो सकते हो

छू सकते नभ के तारे!!

plz... Mark me as brainly ..


mahimafauzdar30: wonderful Poems thanks a lot
rawatanju830: welcome
rawatanju830: welcome
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