एक चरवाहा - जंगल में बकरियाँ चराने जाना - एक
बकरी का दूर
चले जाना- भेड़िए का आना- बकरी को खाने की इच्छा - बकरी का
गाना गाने की इच्छा-में-में करना- आवाज़ सुनकर चरवाहे का लाठी
लेकर आना- भेड़िए का भाग जाना-बकरी की जान बचना - सीख।
Answers
मुझे बड़ी भूख लगी है। अच्छा हुआ तू यहाँ आ गई।” बकरी पहले तो बहुत घबराई। फिर उसने हिम्मत से काम लिया। वह बोली, “आप मुझे खाना चाहते हैं तो कोई बात नहीं, परंतु पहले आप मेरा एक गाना सुन लीजिए।” भेड़िया बोला, “चलो ठीक है, सुना तू अपना गाना।”
बकरी जोर – जोर से ‘में – में’ करने लगी। आवाज सुनकर चरवाहा लाठी लेकर वहाँ आ पहुँचा। उसे देखकर भेड़िया भाग गया और बकरी की जान बच गई।
व्याख्या:एक चरवाहा - जंगल में बकरियाँ चराने जाना - एकबकरी का दूर चले जाना- भेड़िए का आना- बकरी को खाने की इच्छा - बकरी का गाना गाने की इच्छा-में-में करना- आवाज़ सुनकर चरवाहे का लाठी लेकर आना- भेड़िए का भाग जाना-बकरी की जान बचना - सीख।
Answer:
चतुर बकरी -
एक रामपूर नाम का गाव था| उस गाँव मे एक चरवाहा रहता था| वह एक झोपडी मे अपने परिवार के साथ रहता था| उसके पास बकरियाँ थी| चरवाहा रोज अपने बकरियों को चराने के लिये जंगल मे ले जाता था| एक दिन चरवाहा रोज की तरह अपने बकरियों को लेकर जंगल मे गया| और वह एक पेड़ के नीचे बैठ गया| सब बकरियाँ घास खाने मे व्यस्त थी| उस झुंड मे से एक बकरी घास खाते खाते जंगल से दूर चली गई|
वहाँ अचानक भेड़िया आया उसने देखा बकरी घास खा रही थी| उसके मन मे बकरी को खाने की इच्छा हुई| उसने सोचा आज मुझे बहुत अच्छी शिकार मिली है| आज मे पेट भर खाना खाऊंगा| वह बकरी की तरफ जाता है और बकरी को कहता है मै तुमें खाऊंगा तुम्हे खाने के बाद मेरा मन खुशी से भर जायेगा|
बकरी चतुर थी उसे पता था अभी भेड़िया मुझे नही छोडेगा| इसलिये बकरी ने दिमाग लगाया उसने भेडिए को कहा मरने से पहले मुझे एक गाना गाना है| भेड़िए ने कहा हा जरूर क्यू नही जल्दी गाना गाव, मेरे पेट मे चूहे दौड रहे है| फिर बकरी ने अपना गाना शुरू किया| उसने मै मै मै... करना शुरू किया बकरी की आवाज चरवाहे के कानोतक गयी|
चरवाहा लाठी लेकर भागते-भागते बकरी की तरफ गया| चरवाहे को देखकर भेड़िया डर गया| और वहाँ से भाग गया इस प्रकार बकरीने उसके चतुराई से उसकी जान बचायी|