एकीकृत तरीके से प्राकृतिक आपदा को पढ़ाने के दौरान आप क्या सवाल करेंगे? *
Answers
Answer:
प्राकृतिक आपदा
Explanation:
विज्ञान हर दिन कोई न कोई नई खोज केर रहा है।इसीलिए हो सकता है कि कुछ समय बाद हम ऐसी तकनीक विकसित कर सकें जिससे हमें किसी भी आपदा के बारे में पहले से ही जानकारी मिल सके और हम उससे पहले से ही रोक सकें।लेकिन यह तो भविष्य की बातें हैं।
भारी बरसात से आने वाली बाढ़, सूखा, हिम स्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं को रोकने में मनुष्य द्वारा तैयार वैज्ञानिक सिस्टम अभी पूरी तरह सक्षम नहीं है। इसीलिए हमें इनसे बचाव के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। सारी जानकारी व जागरुकता से हम इनके कुप्रभाव से अपने व देश के लाखों लोगों को बचाने में कामयाब हो सकते है। यह बात खंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश फौगाट ने कस्बे के राजकीय विद्यालय में प्राकृतिक आपदा बचाव विषय पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि ज्यादातर प्राकृतिक आपदाएं पर्यावरण से छेड़छाड़ करने पर होती है। मनुष्य इमारती लकड़ी व पत्थर के लिए हरी भरी वादियों की कटाई व पहाड़ों को तोड़ रहा है जिसके कारण प्रदूषण संतुलन बिगड़ रहा है। हम पेड़ काट अधिक रहे है और लगा कम रहे है। जिसके कारण अनेक प्रकार के गंभीर रोग भी पनपते जा रहे है। मौसम में आए बदलाव के कारण पैदा होने वाली विषम परिस्थितिया है। जिन पर समय रहते काबू पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। केदारनाथ के पहाड़ी हिमस्खलन, गुजरात के कच्छ क्षेत्र में आए भूकंप के बचाव के लिए हमें मानसिक व तकनीकी तौर पर दक्ष होना जरुरी है।