Hindi, asked by chandanaprasanth1708, 9 days ago

एक मनुज संचित करता है, अर्थ पाप के बल से, और भोगता उसे दूसरा, भाग्यवाद के छल से। ( पद परिचय दीजिए )
कण- कण के अधिकारी पाठ - 5 दसवी कक्षा

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Answered by ashviniyadav332
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Answer:

भाग्यवाद के छल से। जो कुछ न्यस्त प्रकृति में है, वह मनुज मात्र का धन है, धर्मराज उसके कण

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