"एक पैन स्याही भर दो।" साहिल से पहले ही बेला ने दुकानवाले से कहा। "बेटा, स्याही की बोतल अभी-अभी खाली हो गयी है। अब तो कल ही मिल पाएगी" "लेकिन इसने तो पैन में जो स्याही थी, उसे भी ज़मीन पर छिडक दिया।" बेला बोली। "बादल को देखकर घड़े को नहीं ढुलाना चाहिए" दुकानवाले भैया ने कहा।
1. ' बीरबहूटी' किस विधा की रचना है?
2. साहिल और बेला दुकान क्यों गये?
3. "बादल को देखकर घड़े को नहीं ढुलाना चाहिए।" दुकानदार ऐसा क्यों कहता है ?
4. ( क ) दुकानदार, साहिल और बेला के बीच संभावित वार्तालाप लिखें।
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“बेटा स्याही की बोतल अभी-अभी खाली हो गई है। अब तो कल ही मिल पाएगी।” "लेकिन इसने तो पैन में जो स्याही बची थी उसे भी ज़मीन पर छिड़क दिया।” बेला बोली। "बादल को देखकर घड़े को नहीं ढुलाना चाहिए।” दुकानवाले भैया ने कहा।
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