एक प्रभावी मनोवैज्ञानिक बनने के लिए कौन-कौन सी सक्षमताएं आवश्यक होती हैं?
Answers
"एक प्रभावी मनोवैज्ञानिक बनने के लिये जो सक्षमतायें आवश्यक हैं वो उन्हें तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है।
(1) सामान्य कौशल (General Skills)
(2) प्रेक्षण कौशल (Observational Skills)
(3) विशिष्ट कौशल (Specific Skills)
इन श्रेणियों पर विस्तार से विवेचन इस प्रकार से है।
(1) सामान्य कौशल-एक प्रभावी मनोवैज्ञानिक बनने के लिए यह कौशल प्राथमिक और सामान्य होते हैं। यह कौशल हर स्तर के मनोवैज्ञानिक के लिए आवश्यक है चाहे वह किसी भी क्षेत्र विशेष का मनोवैज्ञानिक हो। इन कौशल में व्यक्तिगत एवं बौद्धिक दोनों तरह के कौशल होते हैं । जब तक इन कौशलों का प्रशिक्षण प्राप्त कर विद्यार्थी पारंगत ना हो जाए तब तक किसी भी विशिष्ट कौशलों का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को नही देना चाहिये। एक बार इन सामान्य कौशलों में प्रशिक्षण प्राप्त कर विद्यार्थी परिपक्व हो जाए उसके बाद आगे के किसी विशेष क्षेत्र के विशिष्ट कौशल का प्रशिक्षण देना आरंभ करना चाहिए।
(2) प्रेक्षण कौशल-मनोवैज्ञानिक की एक उपकरण की तरह है जो अपनी समस्त संवेदनाओं का उपयोग अपने आसपास के परिवेश को जानने के लिए करता है। संवेदना से तात्पर्य देखने, सुनने, सूंघने, स्वाद लेने एवं स्पर्श करने से है। यह सारी संवेदनात्मक क्रियाएं प्रेक्षण कौशल के अंतर्गत आती हैं। मनोवैज्ञानिक अपने आसपास के परिवेश के विभिन्न पहलुओं का प्रेक्षण करता है जिसमें आसपास की घटनायें एवम् व्यक्ति दोनों शामिल होते हैं। आसपास के भौतिक परिवेश का प्रेक्षण करने के अलावा वैज्ञानिक मानव के व्यवहार का भी प्रेक्षण करता है। इन सब प्रेक्षण के आधार पर वैज्ञानिक एक अभिलेख तैयार करता है जिससे प्रेक्षण के महत्वपूर्ण पक्षों को समझा जा सके। एक प्रभावी मनोवैज्ञानिक बनने के लिए प्रेक्षण कौशल में प्रशिक्षित होना आवश्यक है।
(3) विशिष्ट कौशल-यह कौशल मनोवैज्ञानिक सेवा के आधारभूत कौशल हैं। जैसे कि नैदानिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के मनोवैज्ञानिकों के लिए आवश्यक है कि वे चिकित्सकीय तकनीक, स्वास्थ्य मूल्यांकन एवं परामर्श के क्षेत्र में प्रशिक्षित हों। उसी प्रकार संगठनात्मक क्षेत्रों में काम करने वाले मनोवैज्ञानिकों के लिए आवश्यक है कि वह शोध कौशल, मूल्यांकन कौशल, व्यवहारपरक कौशल आदि में प्रशिक्षित हों। विशिष्ट कौशलों की आवश्यकता विशिष्ट एवं व्यवसायिक कार्यों के लिए होती है लेकिन यह कौशल एक दूसरे से जुड़े होते हैं और यह किसी के विशिष्ट क्षेत्र के लिए अनन्य नहीं होते। "
Answer:
- सामान्य कौशल-एक प्रभावी मनोवैज्ञानिक बनने के लिए यह कौशल प्राथमिक और सामान्य होते हैं। यह कौशल हर स्तर के मनोवैज्ञानिक के लिए आवश्यक है चाहे वह किसी भी क्षेत्र विशेष का मनोवैज्ञानिक हो।
- प्रेक्षण कौशल-मनोवैज्ञानिक की एक उपकरण की तरह है जो अपनी समस्त संवेदनाओं का उपयोग अपने आसपास के परिवेश को जानने के लिए करता है। संवेदना से तात्पर्य देखने, सुनने, सूंघने, स्वाद लेने एवं स्पर्श करने से है।
- विशिष्ट कौशल-यह कौशल मनोवैज्ञानिक सेवा के आधारभूत कौशल हैं। जैसे कि नैदानिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के मनोवैज्ञानिकों के लिए आवश्यक है कि वे चिकित्सकीय तकनीक, स्वास्थ्य मूल्यांकन एवं परामर्श के क्षेत्र में प्रशिक्षित हों। उसी प्रकार संगठनात्मक क्षेत्रों में काम करने वाले मनोवैज्ञानिकों के लिए आवश्यक है कि वह शोध कौशल, मूल्यांकन कौशल, व्यवहारपरक कौशल आदि में प्रशिक्षित हों।