एक ठोस के अपवर्तनांक का सभी दिशाओं में समान मान प्रेक्षित होता है। इस ठोस की प्रकृति पर टिप्पणी कीजिए। क्या यह विदलन गुण प्रदर्शित करेगा?
Answers
क्योंकि ठोस का अपवर्तनांक का मान सभी दिशाओं में समान प्रेक्षित बताया गया है, इसलिए यह समदेशिक प्रकृति का क्रिस्टलीय ठोस है और यह विदलन का गुण प्रदर्शित नहीं करेगा।
यदि किसी ठोस के अपवर्तनांक का मान सभी दिशाओं में समान है, तो यह एक समदेशिक प्रकृति का होगा। इस तरह के समदेशिक प्रकृति के गुण अक्रिस्टलीय ठोस में होते हैं। एक अक्रिस्टलीय ठोस की प्रकृति समदेशिक होती है। इनमें यांत्रिक शक्ति, अपवर्तनांक तथा विद्युत चालकता जैसे गुण सभी दिशा में एक समान होते हैं। इसका कारण इनमें दीर्घ परासी व्यवस्था नहीं होना है और सभी दिशाओं में कणों की व्यवस्था निश्चित नहीं होती है, इसलिए सभी दिशा में समग्र व्यवस्था एक जैसी हो जाती है। इसलिए इनके किसी भी भौतिक गुण का मान हर दिशा में समान होगा।
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