Chemistry, asked by Jeevankanth9850, 9 months ago

एक ठोस के अपवर्तनांक का सभी दिशाओं में समान मान प्रेक्षित होता है। इस ठोस की प्रकृति पर टिप्पणी कीजिए। क्या यह विदलन गुण प्रदर्शित करेगा?

Answers

Answered by shishir303
11

क्योंकि ठोस का अपवर्तनांक का मान सभी दिशाओं में समान प्रेक्षित बताया गया है, इसलिए यह समदेशिक प्रकृति का क्रिस्टलीय ठोस है और यह विदलन का गुण प्रदर्शित नहीं करेगा।

यदि किसी ठोस के अपवर्तनांक का मान सभी दिशाओं में समान है, तो यह एक समदेशिक प्रकृति का होगा। इस तरह के समदेशिक प्रकृति के गुण अक्रिस्टलीय ठोस में होते हैं। एक अक्रिस्टलीय ठोस की प्रकृति समदेशिक होती है। इनमें यांत्रिक शक्ति, अपवर्तनांक तथा विद्युत चालकता जैसे गुण सभी दिशा में एक समान होते हैं। इसका कारण इनमें दीर्घ परासी व्यवस्था नहीं होना है और सभी दिशाओं में कणों की व्यवस्था निश्चित नहीं होती है, इसलिए सभी दिशा में समग्र व्यवस्था एक जैसी हो जाती है। इसलिए इनके किसी भी भौतिक गुण का मान हर दिशा में समान होगा।

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬  

पाठ ‘ठोस अवस्था’ (रसायन विज्ञान - भाग 1, कक्षा - 12) के कुछ अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये लिंक्स पर जायें...  

ठोस कठोर क्यों होते हैं?  

https://brainly.in/question/2077320  

ठोसों का आयतन निश्चित क्यों होता है?  

https://brainly.in/question/14471818  

निम्नलिखित को अक्रिस्टलीय तथा क्रिस्टलीय ठोस में वर्गीकृत कीजिए।  

पॉलियूरिथेन, नैफ्थैलीन, बेन्जोइक अम्ल, टेफ्लॉन, पोटैशियम नाइट्रेट, सेलोफेन, पॉलिवाइनिल क्लोराइड, रेशाकाँच, ताँबा।  

https://brainly.in/question/15470090

Answered by annuachale
1

यदि कोई ठोस अत्यधिक कटर होता है तथा ठोस यह संयोजी अथवा नेटवर्क ठोस होगा यह सह संयोजी अथवा नेटवर्क ठोस के जैसे सिलिकॉन कार्बाइड हीरा ग्रेफाइट आधी होता है

Similar questions