| एक वर्ष के बच्चे के पांच व्यवहारों का वर्णन कीजिए जो बच्चे की विचारशक्ति और सोचने की
योग्यताओं का प्रमाण देते हैं। देखभालकर्ता जीवन के प्रथम दो वर्षों में बच्चों के संज्ञानात्मक विकास
के कैसे बढ़ावा दे सकते हैं, चर्चा कीजिए।
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Answers
1 वर्ष के बच्चे के व्यवहार निम्नलिखित हैं |
Explanation:
जब बच्चा 1 वर्ष का होता है तो उसे दो अवस्था से गुजरना पड़ता है पहली अवस्था शेशा अवस्था है और दूसरी अवस्था बचपना अवस्था है शेष अवस्था में माता पिता बच्चों की देखभाल करते हैं और बच्चा भी माता-पिता की देखभाल में नए वातावरण के साथ समायोजन करता है और बचपना अवस्था 2 वर्ष तक चलती है इस अवस्था में बच्चे ज्यादातर दूसरों पर निर्भर रहते हैं इस अवस्था में बच्चों का संवेगात्मक विकास हो जाता है संवेगात्मक विकास के नजर से इस अवस्था में बच्चे के अंदर सभी प्रमुख प्रसनता उजागर हो जाते हैं बच्चा सुख दुख हर्ष प्यार नफरत आदि यह सब विकसित हो जाते हैं इस अवस्था को मुख्य रूप से संवेगात्मक अवस्था माना जाता है|
इस अवस्था में देखभाल करता को बच्चों के प्रति बहुत जागरुक होना पड़ता है और उनके संवेगात्मक अवस्था के बारे में मनोवैज्ञानिक रूप से सोचना पड़ता है बच्चा जो कुछ व्यवहार इस अवस्था में करता है माता-पिता को बहुत ही मनोवैज्ञानिक तरीके से उसके व्यवहार का उत्तर देना चाहिए बच्चा इस अवस्था में खुश होता है दुख होता है या किसी चीज के प्रति कैसा व्यवहार करता है यह सब माता-पिता को मनोवैज्ञानिक तरीके से उन से कैसे बात करनी है यह बात अच्छी तरीके से समझने चाहिए |