Math, asked by shamajaitik2, 9 months ago

एकस्मिन् वने एकः जीवकः नाम सिंह. वसति स्म । एकदा एकः मूषकः तत्र अगच्छत् । सः सुप्तस्य
सिंहस्य पृष्ठे अनृत्यत् तस्य केशान् च अकृन्तत् । सिंहः क्रोधितः अभवत् । एतत् दृष्ट्वा भूषकः
अवदत् - 'कृपाम् कुरु माम् च न मारय इति ।​

Answers

Answered by Kushi1707
5

Answer:

प्रश्न 1. निम्ननिनित गद्ांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर निनिए |

10 अंक

दो-ढाई हज़ार वर्ष पहिे की बात है | यूिाि मेंएक बादशाह राज्य करता था |

उसका िाम नसकं दर था | वह बड़ा वीर और प्रतापी था | उसके गुरु का िाम ‘ अरस्तु ‘ था | एक बार

नसकं दर के मि में सारे संसार को जीतकर उस पर राज्य करिे की इच्छा पैदा हुई | वह बहुत बड़ी सेिा

िेकर संसार को जीतिे के निए यूिाि से चि पड़ा | नसकं दर ईराि,नमस्त्र, तुकी , और काबुि को

जीतता हुआ भारतवर्ष पहुुँचा | वह उत्तर भारत की सीमाओं के राज्यों को हराता हुआ पंजाब पहुुँच

गया | उि ददिों पंजाब में ‘पुरु’ िाम का एक शूरवीर राजा राज्य करता था | वह शीघ्र ही नसकं दर से

मोचाषिेिे को तैयार हो गया |नसकं दर की सेिा में बहुत उत्साह और जोश था| उन्हें अभी तक कोई

ऐसा वीर ि नमि सका था , जो नसकं दर की सेिा के दाुँत िट्टे करता | नसकं दर की सेिा जहाुँ भी

गई,नजस देश में भी घुसी , उसिे वहीं अपिी नवजय का झंडा गाड़ ददया| नसकं दर िे पंजाब को भी

जीत निया | पंजाब को जीतिेके बाद वह पाटनिपुत्र पर नवचार करिे िगा | आज इसे ‘पटिा’ के िाम

से जािा जाता है |

प्रश्न

अ) यूिाि के राजा का िाम क्या था ? 1

आ)राजा के गुरु का िाम क्या था ? 1

इ) पुरु शीघ्र ही दकससे मोचाष िेिे को तैयार हो गया ? 1

ई) पाटिीपुत्र को आज दकस िाम से जािा जाता है ? 1

उ) पाठ में से दो संज्ञा शब्दों को छाुँटकर निनिए | 2

ऊ) निम्ननिनित शब्दों के अथष निनिए| 2

i. साि ii. दुनिया

ऋ)निम्ननिनित शब्दों के नविोम शब्द निनिए | 2

Step-by-step explanation:

प्रश्न 1. निम्ननिनित गद्ांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर निनिए |

10 अंक

दो-ढाई हज़ार वर्ष पहिे की बात है | यूिाि मेंएक बादशाह राज्य करता था |

उसका िाम नसकं दर था | वह बड़ा वीर और प्रतापी था | उसके गुरु का िाम ‘ अरस्तु ‘ था | एक बार

नसकं दर के मि में सारे संसार को जीतकर उस पर राज्य करिे की इच्छा पैदा हुई | वह बहुत बड़ी सेिा

िेकर संसार को जीतिे के निए यूिाि से चि पड़ा | नसकं दर ईराि,नमस्त्र, तुकी , और काबुि को

जीतता हुआ भारतवर्ष पहुुँचा | वह उत्तर भारत की सीमाओं के राज्यों को हराता हुआ पंजाब पहुुँच

गया | उि ददिों पंजाब में ‘पुरु’ िाम का एक शूरवीर राजा राज्य करता था | वह शीघ्र ही नसकं दर से

मोचाषिेिे को तैयार हो गया |नसकं दर की सेिा में बहुत उत्साह और जोश था| उन्हें अभी तक कोई

ऐसा वीर ि नमि सका था , जो नसकं दर की सेिा के दाुँत िट्टे करता | नसकं दर की सेिा जहाुँ भी

गई,नजस देश में भी घुसी , उसिे वहीं अपिी नवजय का झंडा गाड़ ददया| नसकं दर िे पंजाब को भी

जीत निया | पंजाब को जीतिेके बाद वह पाटनिपुत्र पर नवचार करिे िगा | आज इसे ‘पटिा’ के िाम

से जािा जाता है |

प्रश्न

अ) यूिाि के राजा का िाम क्या था ? 1

आ)राजा के गुरु का िाम क्या था ? 1

इ) पुरु शीघ्र ही दकससे मोचाष िेिे को तैयार हो गया ? 1

ई) पाटिीपुत्र को आज दकस िाम से जािा जाता है ? 1

उ) पाठ में से दो संज्ञा शब्दों को छाुँटकर निनिए | 2

ऊ) निम्ननिनित शब्दों के अथष निनिए| 2

i. साि ii. दुनिया

ऋ)निम्ननिनित शब्दों के नविोम शब्द निनिए | 2

Answered by jsekh135
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Answer:

एकस्मिन् वने एकः जीवकः नाम सिंह. वसति स्म । एकदा एकः मूषकः तत्र अगच्छत् । सः सुप्तस्य

सिंहस्य पृष्ठे अनृत्यत् तस्य केशान् च अकृन्तत् । सिंहः क्रोधितः अभवत् । एतत् दृष्ट्वा भूषकः

अवदत् - 'कृपाम् कुरु माम् च न मारय इति ।

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