एरापाला फासापत्र जानकाराप्र
वृक्ष हैं मेरे हाथ, मत काटो इसे' धरती के मन के इस भाव
को अपने शब्दों में लिखो।
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प्रस्तुत पंक्ति मे धरती अपने दर्द को बयां कर रही है कि ये जो वृक्ष हैं वो मेरे हाथ हैं।
Explanation:
प्रस्तुत पंक्ति मे धरती अपने दर्द को बयां कर रही है कि ये जो वृक्ष हैं वो मेरे हाथ हैं। मैं इनसे ही अपना जीवन यापन कर रही हूँ अर्थात इन्हीं से मेरा काम हो रहा है और मेरे हाथों से हुआ काम धरती के प्रत्येक प्राणी के लिए जीवन दायी है अर्थात मेरे हाथ (वृक्ष ) ऑक्सीजन देते हैं जिससे से प्राणी जगत श्वास ले पा रहा है । आप इन्हे काट कर अपना जीवन खत्म कर रहे हो ।
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