essay of Saraswati puja in hindi
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सरस्वती पूजा, वसंत पंचमी के मौके पर मनाने वाला एक पर्व हैं। इसलिए हर साल सरस्वती पूजा वसंत पंचमी के दिन ही की जाती है। मां सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है। इसको हंसवासिनी के नाम से भी जाना जाता है। वसंत पंचमी के दिन हर साल स्कूलों और कॉलेजों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन पीले कपड़े पहने जाते हैं और माता की प्रतिमा की पूजा की जाती है।
Explanation:
सरस्वती पूजा में माँ सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती माँ की पूजा की जाती है तथा पीले वस्त्र धारण करने का रिवाज़ है। इस दिन बच्चों को हिन्दू रीति के अनुसार उनका पहला शब्द लिखना सिखाया जाता है। हर कोई बहुत मज़े और उत्साह के साथ इस त्यौहार का आनंद लेता है।(dude thant me for this)
Saraswati Puja – हिन्दू धर्म के अनुसार यह माघ महीनें में जब बसंत ऋतु का आगमन होता है तो माघ महीने के 5वे दिन यानी पंचमी को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है इस दिन स्कूल कॉलेज में माँ सरस्वती पूजन के रूप में मनाया जाता है इस दिन सभी विद्यार्थी विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा की जाती है.