India Languages, asked by Sunilkuhar3006, 1 year ago

Essay on bharat ek nirpeksh desh hai in hindi

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Answered by Loverboy72
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हमारे देश का नाम भारत है। यह एक विशाल देश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में सातवां स्थान है जबकि जनसंख्या की दृष्टि से चीन के बाद भारत विश्व में दूसरे स्थान पर है। हमारे देश कि राजधानी नई दिल्ली है। 


भारत एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। यह एक धर्म-निरपेक्ष देश है। भारत का संविधान सर्वोपरि है एवं भारत के संविधान ने हर नागरिक को समान अधिकार दिए है। हमारे देश कर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। 


भारत में प्रति वर्ष छः ऋतुएँ आती हैं। प्रत्येक ऋतु अपने-अपने स्थान पर महत्वपूर्ण होती है। ऋतु हमारे देश को विविधता प्रदान करती हैं। 

भारत के उत्तर दिशा में हिमालय पर्वत है। यह पर्वत विशाल है। यह सबसे ऊंचा पर्वत है। इसका शिखर आकाश चूमता है। हिमालय को पर्वतों का राजा भी कहा जाता है। इसके शिखर पर सदैव बर्फ बहती है। यह एक प्रहरी की तरह भारत देश की रक्षा करता है। 

हमारे देश में अनेक नदियां बहती हैं। इनमें गंगा सबसे पवित्र नदी है। गंगा का जल पवित्र होता है। इसके तट पर अनेक तीर्थ स्थान हैं। गंगा नदी के जल से कृषि कार्य होता है। नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी आदि अन्य विशाल नदियां हैं। इनका जल भी सिंचाई के कार्य आता है। 

भारतवर्ष में अनेक प्रदेश हैं। यहाँ विभिन्न धर्म और जातियों के लोग बसते हैं। पंजाब प्रदेश में सिख बसते हैं। अनेक प्रदेशों में मुस्लिम बसते हैं। भारत हिन्दू बाहुल्य देश है। लोग प्रादेशिक भाषा ज्यादा बोलते हैं। विविध भाषा के प्रयोग एवं विभिन्न धर्म और जातियों के बावजूद भारत के लोगों में आपसी प्यार व भाई-चारा है। यह अनेकता में एकता का प्रतीक है। वास्तव में, हमारा देश महान है। "मेरा भारत महान"।

Answered by PratikRatna
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भारतीय संविधान द्वारा भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित किया गया है। भारतीय संविधान की पूर्वपीठिका में 'सेक्युलर' शब्द ४२वें संविधान संसोधन द्वारा सन १९७६ में जोड़ा गया। किन्तु ऐतिहासिक रूप से भारत में 'सर्वधर्म समन्वय' और वैचारिक एवं दार्शनिक स्वतन्त्रता अनादी काल से चली आ रही है।
भारतीय संविधान के प्रस्तावना में घोषणा के अनुसार भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। यह एक खास धर्म, जाति, धर्म, जाति, जन्म की सेक्स या जगह के सदस्यों के खिलाफ भेदभाव है। अवधि धर्मनिरपेक्षता के लिए भारतीय धारणा अवधि के लिए फ्रेंच राष्ट्र से अलग है [1].

धर्मनिरपेक्ष शब्द प्रस्तावना में बयालीसवाँ संशोधन (1976) [2] द्वारा डाला गया था यह सभी धर्मों और धार्मिक सहिष्णुता और सम्मान की समानता का अर्थ है। भारत, इसलिए एक आधिकारिक राज्य धर्म नहीं है। हर व्यक्ति को उपदेश, अभ्यास और किसी भी धर्म वे चुनाव प्रचार करने का अधिकार है। सरकार के पक्ष में या किसी भी धर्म के खिलाफ भेदभाव नहीं करना चाहिए. यह बराबर सम्मान के साथ सभी धर्मों का इलाज करना होगा. सभी नागरिकों, चाहे उनकी धार्मिक मान्यताओं के कानून के सामने बराबर हैं। कोई धार्मिक अनुदेश सरकार या सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में दिया जाता है। फिर भी, सभी स्थापित दुनिया के धर्मों के बारे में सामान्य जानकारी समाजशास्त्र में पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में दिया जाता है, किसी भी एक धर्म या दूसरों को कोई महत्व देने के बिना. मौलिक मान्यताओं, सामाजिक मूल्यों और मुख्य प्रथाओं और प्रत्येक स्थापित दुनिया धर्मों के त्योहारों के संबंध के साथ सामग्री / बुनियादी मौलिक जानकारी प्रस्तुत करता है। एसआर बोम्मई बनाम भारतीय संघ में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के मूल ढांचे का एक अभिन्न हिस्सा है कि धर्मनिरपेक्षता था।



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