Essay on e- learning in hindi
Answers
Answer:
ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली (ई-लर्निंग) को सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक समर्थित शिक्षा और अध्यापन के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो स्वाभाविक तौर पर क्रियात्मक होते हैं और जिनका उद्देश्य शिक्षार्थी के व्यक्तिगत अनुभव, अभ्यास और ज्ञान के सन्दर्भ में ज्ञान के निर्माण को प्रभावित करना है। सूचना एवं संचार प्रणालियां, चाहे इनमें नेटवर्क की व्यवस्था हो या न हो, शिक्षा प्रक्रिया को कार्यान्वित करने वाले विशेष माध्यम के रूप में अपनी सेवा प्रदान करती हैं[1]।
ई-शिक्षा अनिवार्य रूप से कौशल एवं ज्ञान का कंप्यूटर एवं नेटवर्क समर्थित अंतरण है। ई-शिक्षा इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों और सीखने की प्रक्रियाओं के उपयोग को संदर्भित करता है। ई-शिक्षा के अनुप्रयोगों और प्रक्रियाओं में वेब-आधारित शिक्षा, कंप्यूटर-आधारित शिक्षा, आभासी कक्षाएं और डिजीटल सहयोग शामिल है। पाठ्य-सामग्रियों का वितरण इंटरनेट, इंट्रानेट/एक्स्ट्रानेट, ऑडियो या वीडियो टेप, उपग्रह टीवी और सीडी-रोम (CD-ROM) के माध्यम से किया जाता है। इसे खुद ब खुद या अनुदेशक के नेतृत्व में किया जा सकता है और इसका माध्यम पाठ, छवि, एनीमेशन, स्ट्रीमिंग वीडियो और ऑडियो है।
ई-शिक्षा के समानार्थक शब्दों के रूप में सीबीटी (CBT) (कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षा), आईबीटी (IBT) (इंटरनेट-आधारित प्रशिक्षा) या डब्ल्यूबीटी (WBT) (वेब-आधारित प्रशिक्षा) जैसे संक्षिप्त शब्द-रूपों का इस्तेमाल किया जा सकता है। आज भी कोई व्यक्ति ई-शिक्षा (ई-लर्निंग/e-learning) के विभिन्न रूपों, जैसे - elearning, Elearning और eLearning (इनमें से प्रत्येक - ईलर्निंग/ईशिक्षा), के साथ-साथ उपरोक्त शब्दों का भी इस्तेमाल होता देख सकता है।
mark it as a brainliest answer and follow me
Answer:
हिन्दी में ई-लर्निंग के बढ़ते साधनों से अब सीखना-सिखाना और भी आसान हो गया है। स्कूल, कॉलेज, दफ्तर हो या घर, इन नए साधनों से लोग सीखने या अपने कौशल को बेहतर बनाने में मदद ले रहे हैं।
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने प्रूफिंग टूल्स नाम के पैकेज में हिन्दी शब्दकोश (थिसॉरस) और वर्तनी परीक्षक जैसी सुविधाएँ प्रस्तुत की हैं। थिसॉरस से आप किसी शब्द के समानार्थी और विरुद्धार्थी शब्द सिर्फ एक क्लिक से देख सकते हैं। वर्तनी परीक्षक आपकी हिन्दी में लिखे दस्तावेज या ईमेल की वर्तनी जाँचने में सहयोग करता है। हिन्दी व्याकरण परीक्षण बनाने की दिशा में भी कई कंपनियाँ प्रयास कर रही हैं।
इसी तरह गूगल ने भी हिन्दी में शब्दकोश की सुविधा पेश की है जहाँ आप अपनी कागजी डिक्शनरी को उठाने में लगने वाले समय से कम समय में किसी शब्द का हिन्दी अर्थ पा सकते हैं। गूगल ने ही अंग्रेजी से हिन्दी में मशीनी अनुवाद भी पेश किया है। भले ही यह बहुत अच्छा अनुवाद न करता हो, लेकिन आप अंग्रेजी के किसी पाठ को हिन्दी में कुछ हद तक समझ सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम जैसी कंपनियाँ इस दिशा में कुछ और बेहतर करने की कोशिश में लगी हैं।
विकिपीडिया जैसा ज्ञानकोश भी हिन्दी हो गया है जिसे इंटरनेट पर किसी भी विषय की विस्तृत सूचना प्राप्त करने का सबसे अच्छा साधन माना जाता है। हिन्दी में 50 हजार से अधिक आलेख आपको दुनिया के सभी प्रमुख विषयों पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
कई वेबसाइटें हिन्दी के माध्यम से अंग्रेजी और अन्य भाषाएँ सीखने की सुविधा दे रही हैं। ये न केवल निशुल्क हैं बल्कि इंटरेक्टिव तरीकों से आपकी दिलचस्पी बढ़ती है और सीखना आसान बन जाता है। ई-कक्षा इस दिशा में एक नई अवधारणा है जो तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कम खर्च, अधिक जानकारी, और आसान पहुँच के कारण कई शिक्षण संस्थान और पेशेवर कंपनियाँ इसे अपना रही है। ये सुविधाएँ इंटरनेट और डीटीएच जैसे माध्यमों से प्रस्तुत की जा रही हैं।