Hindi, asked by rohitsumit, 1 year ago

essay on hindi topic 'priye neta'.

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Answered by puneet19
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नेता' शब्द का अर्थ है ले जाने वाला| इससे स्पष्ट है कि वह वक्ति जो समाज को सही मार्ग पर ले जाये, उसे नेता कहते हैं| नेतृत्व की इच्छा तो बहुतों में होती है, पर उनकी याग्यता और गुण रखने वाले लोग बहुत कम है|

नेता सच्चे अर्थ में वही होती है जिसका जीवन निःस्वार्थ भावना से भरा होता है| वह समाज और देश के हर व्यक्ति को समझाता है| उसमें 'वसुधैव कुटुम्बकम्र' की भावना कूट-कूटकर भरी होती है| समाज-कल्याण, जन-हित उसके जीवन का उद्देश्य होती है| वह समाज में फैली हुई समस्याओं को सेवा-भावना से हल करता है|

उपर्युक्त गुण तथा अन्य कई मानवीय विशेषताएँ हम श्री. जवाहरलाल नेहरु में पाते हैं| यही कारण है कि वे मेरे में सर्वोत्तम स्थान पा चुके हैं| वे भारत माता के सपूत थे| वे महान देशभक्त थे| उनका जन्म एक अमीर परिवार में हुआ था, उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए वे विदेश में गए थे| वे चाहते तो ऐश-आराम का जीवन बिता सकते थे क्योंकि वे सम्पन्न पिता के इकलौते पुत्र थे| भौतिक ऐश्वर्य और व्यक्तिगत स्वार्थ को भूलकर उन्होंने देश-सेवा को ही जीवन का मुख्य उद्देश बनाया| वे देश के लोगों को परंतत्रता की जंजीर से छुड़ाकर देश में स्वतंत्रता लाना चाहते थे| उन्हें गांधी जैसे महान नेता का मार्गदर्शन मिला था| देश को स्वतंत्र बनाने में जवाहरलाल नेहरु का काफी बड़ा हाथ है|

नेहरु जी स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे| वे जन-जन के प्यारे थे| वे इस समय हमारे बीच नहीं है तथापि वे सबके ह्रदय में बसे हुए हैं| जब तक वे प्रधानमंत्री के पद पर थे, समाज और देश की उन्नति के लिए अनेक कार्य करते रहे| पंचवर्षीय योजनओं द्वारा उनके नेतृत्व में उद्योग, विज्ञान और शिक्षा के क्षत्र में पर्याप्त उन्नति हुई|

प. नेहरु बड़े दृढ़-प्रतिज्ञ थे| कार्यशीलता में विश्वास रखते थे| कर्तव्य पालन में वे बड़े कठोर थे| साथ ही उन्हें बच्चों से सहज स्नेह था| इसलिए उन्हें 'चाचा नेहरु' कहकर पुरकरते थे| उन्होंने बच्चों को इतना महत्त्व दिया की अपने जन्मदिवस को "बाल दिवस" घोषित कर दिया| अत: उनका जन्म दिवस १४ नवम्बर 'बाल-दिवस' के रूप में मनाया जाता है और इस दिन बच्चे विशेष रूप से सम्मानित होते हैं|

पंडित जवाहरलाल नेहरु देश के ही नेता नहीं थे, अन्तरराष्ट्रिय ख्याति के नेता भी थे| वे पंचशील के प्रवर्तक तथा गुट-निरपेक्षता के प्रबल समर्थक थे| उन्होंने देश के लिए जो विदेश-नीति बनाई थी वह आदर्श मानी जाती है| जो लोग उनके सिद्धान्तों से असहमत थे, वे भी उनकी विदेश-नीति के कायल हैं| वे आज के प्रगतिशील औद्योगिक भारत के शिल्पकार है|

इस प्रकार देश-भक्ति, बच्चों के प्रति अटूट-प्रेम, कर्तव्य-परायणता, अंतर्राष्ट्रीय विश्व-शांति, विश्व बन्धुत्व आदि गुणों के कारण पंडित नेहरु हमारे तथा देश के प्रिय नेता बन गये थे|

rohitsumit: thank you so much
puneet19: u r welcm
rohitsumit: have you become a doctor!
puneet19: yep its my dream ;) ;)
rohitsumit: which class do you read?
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