essay on if there were no exams in hindi Plz very urgent
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yadi pareekshayein na hoti
yadi pareekshayein has hoti to humein jeevan main aage badhne k liye protsahan kaun deta.badhiya no. Milne per school main war utha per kaise chalte.pareekshaon k liye hamesha taiyaar rehna chahiye.yadi hum shuru saal we mann laga per chalenge to him pareekshaon main zarur pass honge..
yadi pareekshayein has hoti to humein jeevan main aage badhne k liye protsahan kaun deta.badhiya no. Milne per school main war utha per kaise chalte.pareekshaon k liye hamesha taiyaar rehna chahiye.yadi hum shuru saal we mann laga per chalenge to him pareekshaon main zarur pass honge..
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एग्ज़ॅम्स एक स्टूडेंट की ज़िंदीगई मे सूब से बरी मुश्किल और टेन्षन होती हे. स्टूडेंट्स पोरे दिन और रात मेहनत करते हे और कभी कभी तो खाना पीना भी भोल जाते हैं.
कुछ स्टूडेंट्स तो आत्मा हत्या भी करली थी एग्ज़ॅम्स की वजा से.
एग्ज़ॅम्स का सूब से बरा मसला यह हे के स्टूडेंट्स सिर्फ़ एग्ज़ॅम्स मे पास होने लिए पार्टया हैं कुछ निया सेखने के लिए नही.
इसको वजा से हमारा पूरा एजुकेशन सिस्टम खर्राब हो गिया हे, जहाँ बचे एग्ज़ॅम्स तो पास कार्लाते हैं पर कुछ सीकते नही. इसलिए जब यही बचे काम काज मे लगते हैं तो बिल्कुल फैल कर जाते हैं.
अगर स्कूल्स मे एग्ज़ॅम्स ना हो और सिर्फ़ छोटे क्विज़ हों, तो बचे पर्णा एंजाय भी करे और मज़े से सीखाईं.
कुछ स्टूडेंट्स तो आत्मा हत्या भी करली थी एग्ज़ॅम्स की वजा से.
एग्ज़ॅम्स का सूब से बरा मसला यह हे के स्टूडेंट्स सिर्फ़ एग्ज़ॅम्स मे पास होने लिए पार्टया हैं कुछ निया सेखने के लिए नही.
इसको वजा से हमारा पूरा एजुकेशन सिस्टम खर्राब हो गिया हे, जहाँ बचे एग्ज़ॅम्स तो पास कार्लाते हैं पर कुछ सीकते नही. इसलिए जब यही बचे काम काज मे लगते हैं तो बिल्कुल फैल कर जाते हैं.
अगर स्कूल्स मे एग्ज़ॅम्स ना हो और सिर्फ़ छोटे क्विज़ हों, तो बचे पर्णा एंजाय भी करे और मज़े से सीखाईं.
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