Essay on importance of sweet voice in hindi
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मधुर वाणी औषधि के समान होती है, जबकि कटु वाणी तीर के समान कर्ण द्वार से प्रविष्ट होकर सम्पूर्ण शरीर को पीड़ा देती है । मधुर वाणी से समाज में परस्पर प्रेम की भावना बढ़ती है ।
केवल अच्छी भेष-भूषा धारण करने से ही समाज में स्थान नहीं मिल सकता, अपितु वाणी की मधुरता और आचरण की शिष्टता ही मनुष्य को स्थायी सम्मान दिलवा सकती है । मधुर वाणी में हृदयगत भावों की सच्चाई और भी अधिक आवश्यक है । दुष्ट व्यक्तियों की वाणी मधुर होती है, पर उनका हृदय कलुषित होता है ।
अतः मधुर वाणी के साथ कर्मों का श्रेष्ठ होना भी अनिवार्य है । कर्मों की श्रेष्ठता और वाणी की मधुरता में गहरा सम्बन्ध है। कटु वचन बोलने वाले को कभी सम्मान नहीं मिलता है । मधुर भाषण समाज में सुख कि सृष्टि करता है । मधुर वाणी लोगों के मन में विश्वास, स्नेह और प्रेम की भावना उत्पन्न करती है ।
मधुर वचन बोलने से केवल श्रोता को ही नहीं बल्कि वक्ता की आत्मा भी आनंद अनुभव करती है । कहा गया है-
” ऐसी वाणी बोलिये मन का आपा खोय ।
औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होय ।।”
अतः अपने जीवन में मधुर वाणी के महत्व को समझना चाहिए ।
मीठी वाणी का महत्व:
आवाज कुछ और नहीं बल्कि एक सार्थक शोर है जो आपके दिमाग में संदेश को समझने के लिए समय को कम करता है।
आवाज के बिना, दुनिया एक अलग जगह होती। आप अभी भी सांकेतिक भाषाओं का उपयोग करके संवाद कर सकते थे, लेकिन तब स्पष्ट सीमाओं के कारण ध्वनि भाषा का शब्दकोष अनंत था।
एक मधुर आवाज हमें गाने में मदद करती है। और आपकी मधुर आवाज दूसरों को अच्छा महसूस कराती है।
सही समय पर इस्तेमाल की जाने वाली आवाज ने विश्व इतिहास में हमेशा अपनी पहचान बनाई है। चाहे वह अब्राहम लिंकन हो या हिटलर या गांधी, चर्चिल। उन सभी के पास जनता पर एक महान आदेश था और असंभव को पूरा किया।
एक मधुर आवाज हमेशा लोगों को आकर्षित करती है, आपके तर्कों को सामने रखने में मदद करती है, अच्छी टीमों के निर्माण में मदद करती है .. यह देखा गया है कि अच्छी आवाज वाले लोग भी महान संरक्षक बन जाते हैं। इसलिए अभी से अपनी आवाज को सही करना शुरू करें