Essay on Samay bada balwan
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H e y a !
समय का सही इस्तेमाल करने की कला इतनी ज़िंदगी है कि हम अपने छोटे जीवन में जितना काम कर सकें उतनी ही हम कर सकें, और खुद को बौद्धिक और नैतिक रूप से सुधारने का कोई अवसर न दें। इस तरह हम खुद को खुश होने और दूसरों को खुश करने की उम्मीद कर सकते हैं।
समय के समुचित उपयोग के लिए निर्धारित नियमों को नकारात्मक रूप से व्यक्त किया जा सकता है। वे विभिन्न तरीकों से चेतावनी के रूप लेते हैं जिनमें हम अपना समय बर्बाद करने के लिए प्रलोभित होते हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण नियमों में से एक यह है कि हमें अनियंत्रितता से बचना चाहिए।
यह वाकई एक निश्चित अंग्रेजी प्रधान मंत्री के बारे में कहा गया था कि वह हर सुबह आधे घंटे का नुकसान उठाना पड़ा था और इसे बिना आगे बढ़ने के पूरे दिन तक दौड़ा था।
दिन के दौरान रखने के लिए कई नियुक्तियों वाले अनौपचारिक व्यवसायिक व्यक्ति, संभावना है, अगर वह पहली नियुक्ति के लिए देर हो, तो बाद के सभी लोगों के लिए देर हो जाए और उसके बाद भी एक नियुक्ति के लिए देर हो रही है, समय की बड़ी बर्बादी शामिल हो सकती है, क्योंकि कई मामलों में समय पर आने वाले समय-समय पर व्यक्ति देर से आने वाले व्यक्ति की प्रतीक्षा नहीं करेगा, जिससे कि वे दोनों उस समय को खो देते हैं जब उन्होंने मिलने की जगह।
अप्रतिष्ठा जैसी एक गलती विलंब है, जिसे समय के चोर को अच्छी तरह से बुलाया गया है लंका कल तक कल तक बंद करने की आदत है जो आज हम कर सकते हैं। इसका एक बड़ा खतरा भविष्य की अनिश्चितता में है। कल परिस्थितियों में बदलना पड़ सकता है, और यह तब हो सकता है जब हम जो करना चाहते हैं वह करने के लिए हमारी शक्ति से बाहर हो।
हालाँकि भौतिक परिस्थितियों में बदलाव नहीं हुआ है, फिर भी हर-कल, जब वह आता है, तो आज में बदल जाता है, और फिर एक और कल है जिसके लिए हम एक बार फिर हमारे उपेक्षित कर्तव्य को स्थगित कर सकते हैं।
विलंब की बुराई नैतिक प्रगति के लिए एक बाधा है नरक के रास्ते को अच्छे इरादों के साथ प्रशस्त माना जाता है, क्योंकि भविष्य में हम खुद को सुधारने के लिए अच्छे प्रस्तावों को तोड़ते हैं।
यदि हम वास्तव में किसी भी बुरी आदत के इलाज के लिए निर्धारित हैं, तो हमें कवि लॉन्गफेलो के शब्दों में, "जीवित वर्तमान में कार्य करना" चाहिए और एक ही बार हमारे पाठ्यक्रम में संशोधन करना शुरू करना चाहिए।
इन सामान्य प्रवृत्तियों के अलावा, जिनके समय पर हम विचार कर रहे हैं, बर्बाद हो रहे हैं, हमें निष्क्रिय मनोरंजन के विशेष प्रलोभन के खिलाफ अपने गार्ड पर लगातार रहना होगा।
कई सनसनीखेज उपन्यासों को पढ़ने में बहुत अधिक मूल्यवान समय बर्बाद करते हैं, जो इतने रोमांचक हैं कि उन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता है
#hope it helps !
समय का सही इस्तेमाल करने की कला इतनी ज़िंदगी है कि हम अपने छोटे जीवन में जितना काम कर सकें उतनी ही हम कर सकें, और खुद को बौद्धिक और नैतिक रूप से सुधारने का कोई अवसर न दें। इस तरह हम खुद को खुश होने और दूसरों को खुश करने की उम्मीद कर सकते हैं।
समय के समुचित उपयोग के लिए निर्धारित नियमों को नकारात्मक रूप से व्यक्त किया जा सकता है। वे विभिन्न तरीकों से चेतावनी के रूप लेते हैं जिनमें हम अपना समय बर्बाद करने के लिए प्रलोभित होते हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण नियमों में से एक यह है कि हमें अनियंत्रितता से बचना चाहिए।
यह वाकई एक निश्चित अंग्रेजी प्रधान मंत्री के बारे में कहा गया था कि वह हर सुबह आधे घंटे का नुकसान उठाना पड़ा था और इसे बिना आगे बढ़ने के पूरे दिन तक दौड़ा था।
दिन के दौरान रखने के लिए कई नियुक्तियों वाले अनौपचारिक व्यवसायिक व्यक्ति, संभावना है, अगर वह पहली नियुक्ति के लिए देर हो, तो बाद के सभी लोगों के लिए देर हो जाए और उसके बाद भी एक नियुक्ति के लिए देर हो रही है, समय की बड़ी बर्बादी शामिल हो सकती है, क्योंकि कई मामलों में समय पर आने वाले समय-समय पर व्यक्ति देर से आने वाले व्यक्ति की प्रतीक्षा नहीं करेगा, जिससे कि वे दोनों उस समय को खो देते हैं जब उन्होंने मिलने की जगह।
अप्रतिष्ठा जैसी एक गलती विलंब है, जिसे समय के चोर को अच्छी तरह से बुलाया गया है लंका कल तक कल तक बंद करने की आदत है जो आज हम कर सकते हैं। इसका एक बड़ा खतरा भविष्य की अनिश्चितता में है। कल परिस्थितियों में बदलना पड़ सकता है, और यह तब हो सकता है जब हम जो करना चाहते हैं वह करने के लिए हमारी शक्ति से बाहर हो।
हालाँकि भौतिक परिस्थितियों में बदलाव नहीं हुआ है, फिर भी हर-कल, जब वह आता है, तो आज में बदल जाता है, और फिर एक और कल है जिसके लिए हम एक बार फिर हमारे उपेक्षित कर्तव्य को स्थगित कर सकते हैं।
विलंब की बुराई नैतिक प्रगति के लिए एक बाधा है नरक के रास्ते को अच्छे इरादों के साथ प्रशस्त माना जाता है, क्योंकि भविष्य में हम खुद को सुधारने के लिए अच्छे प्रस्तावों को तोड़ते हैं।
यदि हम वास्तव में किसी भी बुरी आदत के इलाज के लिए निर्धारित हैं, तो हमें कवि लॉन्गफेलो के शब्दों में, "जीवित वर्तमान में कार्य करना" चाहिए और एक ही बार हमारे पाठ्यक्रम में संशोधन करना शुरू करना चाहिए।
इन सामान्य प्रवृत्तियों के अलावा, जिनके समय पर हम विचार कर रहे हैं, बर्बाद हो रहे हैं, हमें निष्क्रिय मनोरंजन के विशेष प्रलोभन के खिलाफ अपने गार्ड पर लगातार रहना होगा।
कई सनसनीखेज उपन्यासों को पढ़ने में बहुत अधिक मूल्यवान समय बर्बाद करते हैं, जो इतने रोमांचक हैं कि उन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता है
#hope it helps !
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समय बड़ा बलवान
हम सभी के जीवन में समय का बड़ा महत्व है ! जिसने जीवन में समय के महत्व को जान लिया उसका जीवन सफल हो गया !मनुष्य को समय के साथ चलना पड़ता जो समय के साथ नहीं चला वह पीछे रह जायगा !अच्छा व् बुरा समय हरेक के जीवन में आता है जिसने बुरे समय पर विजय प्राप्त कर ली वह हमेशा यशस्वी होता है ! जिसने बुरे समय को अपने उपर हावी होने दिया वह व्यक्ति उपर नहीं उठ पायेगा ! समय बहुत चंचल है अच्छा हो या बुरा ज्यादा समय किसी के पास नहीं टिकता है ! अच्छा समय शीघ्र ही कट जाता है लेकिन बुरे समय को काटना पड़ता है और यदि बुरे समय को काटने की शक्ति नहीं जुटा पाए तो वह मनुष्य को ही काट देता है अर्थात मनुष्य आत्महत्या भी कर बैठता है!
राजा हो या रंक सभी को समय के आगे नतमस्तक तो होना ही पड़ता है ! यह समय ही था जिसके कारण राजा राम को चौदह वर्षों का वनवास भोगना पड़ा ! समय यदि सही नहीं है तो हर सीधा दाव भी उल्टा पड़ता है और समय सही है तो व्यक्ति कुछ भी करे सही ही हो जाता है ! इसलिए गीता में भी कहा गया है कि" समय बड़ा बलवान वही अर्जुन वही बाण" !समय की एक और खासियत है , कि समय के पंख भी होते हैं और तब यह उड़ भी सकता है और समय रेंग भी सकता है !जब हम परीक्षा हाल में पेपर हल कर रहे होते हैं तो हमे समय का पता ही नहीं चलता ऐसे लगता है जैसे समय को पंख लग गए हों तीन घंटे कब बीत जाते हैं पता नहीं लगता , लेकिन जब हम स्टेशन पर या बस स्टाप पर ट्रेन या बस का इंतजार कर रहे होते हैं और तभी पता लगता है की ट्रेन या बस लेट है , तो लगता है जैसे समय रेंग रहा हो ! बहुत से कालेजों में तो "समय प्रबन्धन" एक विषय के रूप में भी पढ़ाया जाता है ! हमे जीवन में यह भी अच्छी तरह ज्ञात होना चाहिए के किस काम के लिए कितना समय दिया जाना चाहिए क्योंकि समय की भी अपनी सीमा होती है ! इसीलिए जीवन में समय का सदुपयोग करना आना चाहिए जिसने समय कि महत्ता समझ ली और समय का सदुपयोग किया वही जीवन के हर मोड़ पर सफल होगा और जिसने समय का दुरूपयोग किया वह हाथ मलते रह जायेगा !कुछ लोग समय को भाग्य से जोड़ लेते हैं लेकिन भाग्य और समय दोनों अलग अलग हैं क्यों की कुछ लोग भाग्य में नही कर्म में विश्वास करते हैं !
अत: समय बहुत कीमती है इसे व्यर्थ नहीं गवाना चाहिए ! समय की कीमत समझने में ही बुद्धिमानी है !
HOPE IT HELPS.......
हम सभी के जीवन में समय का बड़ा महत्व है ! जिसने जीवन में समय के महत्व को जान लिया उसका जीवन सफल हो गया !मनुष्य को समय के साथ चलना पड़ता जो समय के साथ नहीं चला वह पीछे रह जायगा !अच्छा व् बुरा समय हरेक के जीवन में आता है जिसने बुरे समय पर विजय प्राप्त कर ली वह हमेशा यशस्वी होता है ! जिसने बुरे समय को अपने उपर हावी होने दिया वह व्यक्ति उपर नहीं उठ पायेगा ! समय बहुत चंचल है अच्छा हो या बुरा ज्यादा समय किसी के पास नहीं टिकता है ! अच्छा समय शीघ्र ही कट जाता है लेकिन बुरे समय को काटना पड़ता है और यदि बुरे समय को काटने की शक्ति नहीं जुटा पाए तो वह मनुष्य को ही काट देता है अर्थात मनुष्य आत्महत्या भी कर बैठता है!
राजा हो या रंक सभी को समय के आगे नतमस्तक तो होना ही पड़ता है ! यह समय ही था जिसके कारण राजा राम को चौदह वर्षों का वनवास भोगना पड़ा ! समय यदि सही नहीं है तो हर सीधा दाव भी उल्टा पड़ता है और समय सही है तो व्यक्ति कुछ भी करे सही ही हो जाता है ! इसलिए गीता में भी कहा गया है कि" समय बड़ा बलवान वही अर्जुन वही बाण" !समय की एक और खासियत है , कि समय के पंख भी होते हैं और तब यह उड़ भी सकता है और समय रेंग भी सकता है !जब हम परीक्षा हाल में पेपर हल कर रहे होते हैं तो हमे समय का पता ही नहीं चलता ऐसे लगता है जैसे समय को पंख लग गए हों तीन घंटे कब बीत जाते हैं पता नहीं लगता , लेकिन जब हम स्टेशन पर या बस स्टाप पर ट्रेन या बस का इंतजार कर रहे होते हैं और तभी पता लगता है की ट्रेन या बस लेट है , तो लगता है जैसे समय रेंग रहा हो ! बहुत से कालेजों में तो "समय प्रबन्धन" एक विषय के रूप में भी पढ़ाया जाता है ! हमे जीवन में यह भी अच्छी तरह ज्ञात होना चाहिए के किस काम के लिए कितना समय दिया जाना चाहिए क्योंकि समय की भी अपनी सीमा होती है ! इसीलिए जीवन में समय का सदुपयोग करना आना चाहिए जिसने समय कि महत्ता समझ ली और समय का सदुपयोग किया वही जीवन के हर मोड़ पर सफल होगा और जिसने समय का दुरूपयोग किया वह हाथ मलते रह जायेगा !कुछ लोग समय को भाग्य से जोड़ लेते हैं लेकिन भाग्य और समय दोनों अलग अलग हैं क्यों की कुछ लोग भाग्य में नही कर्म में विश्वास करते हैं !
अत: समय बहुत कीमती है इसे व्यर्थ नहीं गवाना चाहिए ! समय की कीमत समझने में ही बुद्धिमानी है !
HOPE IT HELPS.......
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