Essay on satsangti in hindi with headings for 9th class
Answers
Explanation:
मनुष्य जैसी संगति या मित्र रखता है, उसके जीवन का रुख उसी ओर हो जाता है। सत्संगति का अर्थ है अच्छे या गुणवान लोगों का साथ। ऐसे लोगों के सुविचार हमारे जीवन को भी सही दिशा में ले जाते हैं।
जिस प्रकार पारस का स्पर्श पाते ही सभी कुछ स्वर्ण हो जाता है, वैसे ही सत्संगति से हमारा भी मार्ग स्वर्ण सा उज्ज्वल और मूल्यवान हो जाता है। ‘कोयले की दलाली में मुंह काला’ अर्थात बुरे काम करनेवाले लोगों का मुँह हमेशा काला रहता है और ऐसे लोगों का साथ हमें भी मलिन विचारों का बना देता है।
हम अपने अच्छे मित्रों से बहुत कुछ सीख सकते हैं। उनकी दिनचर्या, पुस्तकों व खेलों में रुचि, परीक्षा में उनका परिणाम इत्यादि ये सब बातें हमें भी प्रभावित करती हैं। सत्संगति दीपक के समान है जिसके पास रहने से हमारा जीवन भी प्रकाशवान हो जाता है।
विद्यार्थी जीवन में पड़ी अच्छी-बुरी आदतें सदा उसके आचरण का हिस्सा बनी रहती हैं अत: अपनी संगति का चुनाव सोच-विचार कर ही करना चाहिए।